इंदौर IG योगेश देशमुख आज कुछ अलग ही अंदाज में दिखाई दिए। वे डीआरपी में पुलिस दरबार में समस्याएं सुनने पहुंचे लेकिन यहां मामला ही पलट गया। वे अव्यवस्थाएं देख अचानक निरीक्षण पर निकल पड़े और एक-एक करके जिम्मेदारों की खबर ली। किसी की वर्दी-जूते में खामी ढूंढ़ ली तो कहीं गाड़ियां के मेंटनेंस पर उखड़ गए। सलामी तक ठीक से नहीं देने पर तो वे आग बबूला हो गए। आखिर में डीआईजी से कह दिया कि एमटीओ को कुछ नहीं आता.. हटा ही दो।
मंगलवार को यूं तो पुलिस वाहनों का वार्षिक निरीक्षण करने के साथ ही पुलिस दरबार में पुलिसकर्मियों की समस्याओं को भी सुनने पहुंचे थे। निरीक्षण के दौरान IG ने पुलिस वाहन के भीतर जाकर कंडीशन को देखा। एवरेज से लेकर हर वाहन का सालाना खर्च तक पूछा। गाड़ियों में लगी स्टेफनी को खुलवाकर टायरों की कंपनी तक को देखा। वाहनों की कंडीशन देख वे ऐसे नाराज हुए कि निरीक्षण के दौरान ही MTO (मोटर ट्रांसपोर्टस ऑफिसर) को जमकर फटकार लगाई और यह कहते हुए DIG को MTO को हटाने के निर्देश कि इन्हें यहां के बारे में कुछ नहीं पता है। इतना ही नहीं, पुलिसकर्मियों की वर्दी और जूते खराब को लेकर भी जमकर फटकारा। एक सिपाही की वर्दी में कट देखकर भी IG गुस्साए।
बाइक पर बड़े किलोमीटर अंकित नहीं होने पर गुस्साए आईजी।
वार्षिक दौरा और पुलिस दरबार में DRP लाइन पहुंचे IG व्यवस्थाओं को देख जमकर उखड़े। ऑफिसर मेस और वहीं बने उद्यान के उद्घाटन के लिए लाल फीता तो बंधा हुआ था, लेकिन उसे काटने के लिए कैंची उपलब्ध नहीं थी। IG ने पास खड़े अधिकारियों की और निगाह की तो थोड़ी देर में कैंची सामने थी। फीता काटने के बाद हवन पूजन कर आईजी साहब एमटी परेड में पहुंचे।
परेड ग्राउंड में पहुंचते ही परेड कमांडर ने उन्हें सलामी दी। सलामी देख IG ने फिर से सैल्यूट करने को कहा। सलामी के बाद जैसे ही कमांडर ने एक पर्ची देखकर यहां मौजूद सामग्री का विवरण दिया तो IG लाल हो गए। उन्हें डपटते हुए कहा कि ऐसे ही विवरण दिया जाता है क्या, गाड़ियों की संख्या भी याद नहीं रखी जाती है। गाड़ियों की संख्या बताने के बाद लगभग शब्द का इस्तेमाल करने पर IG उखड़ गए और बोले लगभग क्या होता है।
कमांडर को दोबारा सलामी देने को कहा।
यहां से IG थाने में सिपाहियों को दी जाने वाली दोपहिया वाहनों को देखने पहुंचे। यहां पर बाइक के ऊपर लगे स्टीकर को देख वे भड़कते हुए बोले क्या ये गाड़ियां शोरूम में खड़ी हैं। इन पर बड़े स्टीकर लगाए थे, साथ ही किसी भी गाड़ी में यह अंकित नहीं था कि यह कितने किलोमीटर चली है। IG का कहना था कि यदि इसमें किलोमीटर दर्ज होगा तो मैं यह मिलान कर सकता हूं कि कौन सी गाड़ियां कितनी चली है। इसके बाद उन्होंने गाड़ियों की सर्विस डायरी देखी। साथ उन सभी सिपाहियों से हाथ उठाने को कहा जो डायरी लेकर आए थे। इसके बाद उनके हाथ उठवाए जो डायरी लेकर नहीं आए थे। हालांकि सभी डायरी लेकर यहां पहुंचे थे। यहां पर टूल किट, हेलमेट सहित चीजों को IG ने गाैर से देखा। सूबेदार सौरभ कुशवाह को गाड़ी बेहतर तरीके से रखने के लिए 500 रुपए का नकद पुरस्कार भी दिया।
व्यवस्थाओं में खामियां देख एमटीओ को लगाई फटकार।
यहां से IG का कारवां आगे बढ़ा और चार पहिया वाहनों की ओर पहुंच गया। यहां पर MTO श्याम सुंदर ने IG को गाड़ियाें से संबंधित जानकारी दी। गाड़ियों की सही संख्या नहीं बता पाने पर MTO को फटकार पड़ी। दौरे के दौरान किसी गाड़ी में एक नया तो एक पुराना टायर लगा था। IG ने गाड़ियों के भीतर जाकर सीट पर बैठकर भी जायजा लिया। पेंट्री वैन और कैदी वाहन के भीतर भी आईजी पहुंचे। कुछ गाड़ियों को स्टार्ट करके भी देखा। वज्र वाहन को स्टार्ट करते ही वह आगे बढ़ गया। इसके बाद उन्होंने वज्र के ऊपर के नोजल को भी घुमवाकर देखा। इस दौरान गाड़ियों में खामी पाए जोन पर MTO को फिर से फटकारते हुए कहा कि अब यदि और गाड़ियों में कमियों मिलीं तो अभी हटा दूंगा। IG ने साथ चल रहे DIG को कहा कि MTO को यहां से हटा दें, क्योंकि इन्हें कोई जानकारी तो है नहीं।
कैदी वाहन में भीतर जाकर चेकिंग की।
यहां से वे जैमर वाहन और वीआईपी वाहन को देखने पहुंचे। वीआईपी वाहन को लेकर एवरेज के बारे में जानकारी ली। जवान ने बताया कि वैसे तो 8 का एवरेज है, लेकिन 6 से 7 के बीच में देती है। इस पर आईजी ने सवाल दागा कि कभी 8 का एवरेज मिला है क्या, इस पर जवान ने कहा कि सर लॉन्ग रूट पर मिला है। इसके बाद उन्होंने सर्विस बुक देखी। IG ने DIG से जैमर वाहन के बारे में जानकारी ली। IG ने बताया कि प्रदेश में दो ही वाहन हैं, एक भोपाल और इंदौर। इस पर उन्होंने कहा कि ये कौन-कौन से सिग्नल को जाम कर सकती है। इस पर DIG ने खुफिया जानकारी होने से बहुत ही धीरे और कम शब्दों में जानकारी दी। उन्होंने इसके इंचार्ज के बारे में जानकारी ली। इसके बाद आईजी थाना प्रभारियों की जीप को देखने पहुंचे। यहां पर भी टायर नए-पुराने नजर आए। ड्राइवर से स्टेफनी खोलकर दिखाने को कहा। इसके उन्होंने किसी कंपनी का टायर लगा है यह चेक किया।
बस में भीतर जाकर सीट पर बैठकर भी देखा।
आईजी दरबार में तीन ने बताई समस्या
- खजराना में पदस्थ कनाड़िया में सरकारी क्वार्टर में रहने वाले आरक्षक ने कहा कि नर्मदा लाइन से प्रॉपर पानी नहीं आने से परेशानी बनी रहती है।
- एक प्रधान आरक्षक ने अपने प्रमोशन को लेकर कहा तो वहां मौजूद संबंधित शाखा अधिकारी ने कहा कि इन पर एक मामला चल रहा है, इसलिए प्रमोशन लंबित है।
- डीएसपी ट्रैफिक ने कहा कि सर्विस बुक अपडेट नहीं रहने से रिटायरमेंट के दौरान कई प्रकार की परेशानी आती है।
बाइक की सर्विस बुक भी देखी।
लापरवाही पर हल्की सजा देकर उसे सुधारा जाता है
IG ने दौरे के बाद कहा कि वार्षिक निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य जो कमियां रह जाती हैं उसमें सुधार आ आए। सभी अधिकारियों से चर्चा कर कमियों को सुधारा जाता है। यहां की पुलिस ने ठीक-ठाक काम किया है। पुलिस की समस्याओं को लेकर कहा कि समस्याएं हर जगह होती है। दरबार में जो समस्याएं बताई गई हैं, उसमें कई में काम हो रहा है। जो काम की जरूरत है, उसे करवाने को कहा गया है। गाड़ियों का रखरखाव सही से रहना चाहिए। वर्दी ठीक नहीं होने को लेकर कहा कि दो-चार कर्मचारी लापरवाही दिखाते हैं, उन्हें हल्की सजा देकर सुधारा जाता है। कोरोना को लेकर कहा कि समाज में हर व्यक्ति अपना रोल समझेगा तभी इससे निजात पाया जा सकेगा।
सर्विस बुक लेकर आने वालों से उठवाए हाथ।
आईजी की फटकार के बाद बाइक पर अन्य जानकारी लिखते पुलिसकर्मी।
ऑफिसर मेस का उद्घाटन भी किया।
पुलिस दरबार में जानी समस्याएं।