मुम्बई। पेट्रोल की कीमतें देश में 25 महीने के ऊपरी स्तर पर पहुंच गई हैं। पिछले दस दिनों से तेल कंपनियां लगातार कीमतें बढ़ा रही थीं। इसी वजह से ऐसा हुआ है। 10 दिनों में तेल की कीमतें 1.28 रुपए प्रति लीटर बढ़ी हैं। इससे इसकी कीमत 82.34 रुपए पर पहुंच गई है। इससे पहले पेट्रोल की कीमत 19 अक्टूबर 2018 में इस स्तर पर थी।
कई इलाकों में 90 के पार है कीमत
वैसे देश के कुछ भागों में पेट्रोल की कीमतें 90 रुपए के पार पहुंच गई हैं। महाराष्ट्र के 10 जिलों में इसी तरह की कीमत है। बता दें कि करीबन 2 महीने बाद 19 नवंबर से लगातार तेल की कीमतें बढ़ रही हैं। हालांकि पिछले दो दिनों से इसमें बढ़त नहीं हुई है। उधर पेट्रोल के साथ डीजल की कीमत भी इसी तरह से 1.96 रुपए प्रति लीटर बढ़ गई है। यह इस समय 72.42 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है।
डीजल की कीमत ढाई महीने के ऊपरी स्तर पर
डीजल की कीमतें इस साल 16 सितंबर के बाद अब सबसे ज्यादा कीमत पर पहुंच गई है। सोमवार को दिल्ली में डीजल की कीमत इस स्तर पर थी। पेट्रोल और डीजल की दरें अंतरराष्ट्रीय क्रूड ऑयल की कीमतों के आधार पर बढ़ती या घटती हैं। क्रूड ऑयल इस समय 47 डॉलर प्रति बैरल पर है। माना जा रहा है कि कोरोना की वैक्सीन आने से क्रूड की कीमतें और बढ़ सकती हैं। ऐसा इसलिए भी क्योंकि तेल उत्पादक जो गिरोह हैं, वे सप्लाई में कटौती कर सकते हैं।
पेट्रोलियम निर्यात देशों के संगठन (ओपेक) रूस और छोटे संगठनों की दो दिवसीय मीटिंग शुरू हो चुकी है। इसमें कुछ फैसला लिया जा सकता है।
क्रूड की कीमतें बढ़ रही हैं
बता दें कि इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड की कीमतों में जोरदार तेजी आई है। नवंबर महीना इस मामले में रिकॉर्ड ब्रेकिंग रहा है। इस दौरान क्रूड की कीमतों में 2 दशक की तीसरी सबसे बड़ी तेजी आई है। नवंबर में ब्रेंट क्रूड जहां 23 पर्सेंट महंगा हुआ है। इसकी कीमत 46.59 डॉलर हो गई है। वहीं WTI क्रूड में करीब 26 पर्सेंट की तेजी आई है। पिछले 20 साल में इसके पहले 2 ही बार इससे ज्यादा मासिक आधार पर पेट्रोल की कीमतें बढ़ी हैं।
लॉकडाउन हटने के साथ साथ अब दुनियाभर में अर्थव्यवस्था में तेजी आ रही है। जिससे क्रूड की डिमांड भी अचानक से बढ़ी है। हालांकि इस साल अबतक की बात करें तो जनवरी के भाव से क्रूड अभी भी 22.47 फीसदी कमजोर है।