इंदौर। नगर निगम, जिला प्रशासन और पुलिस का एंटी माफिया अभियान एक दिन के आराम के बाद मंगलवार काे फिर से शुरू हुआ। इस बार रिमूवल टीम के निशाने पर रहा बदमाश रघुवीर का तीन मंजिला मकान। सुबह निगम दल-बल के साथ द्वारिकापुरी क्षेत्र में पहुंचा। यहां पर टीम ने बदमाश के अवैध निर्माण को ध्वस्त किया। नगर निगम की रिमूवल कार्रवाई का महिलाओं ने जमकर विरोध किया। मकान के दस्तावेज़ दिखाते हुए कहती रहीं, यह मकान रघुवीर का नहीं है। जमीन पर बैठी महिलाएं आशियाने को टूटता देख फफक पड़ीं और यही कहती रहीं, मेरे घर को मत तोड़ो।
निगम ने पहले घर से पूरा सामान बाहर निकलवाया।
मिली जानकारी अनुसार रिमूवल टीम सुबह 100 से ज्यादा दल-बल और जेसीबी, पोकलेन मशीन लेकर रघुवीर के मकान को ध्वस्त करने द्वारिकापुरी के आकाश नगर पहुंची। जैसे ही टीम ने यहां पर कार्रवाई की शुरुआत की, बड़ी संख्या में परिवार की महिलाएं कार्रवाई के विरोध में आगे आ गईं। हाथों में मकान के दस्तावेज लिए वे चीख-चीखकर कहती रहीं कि यह मकान रघुवीर का नहीं है। चाहे तो कागजात देख लो। जब उनकी किसी ने नहीं सुनी तो वे कहने लगीं कि पांच मिनट रुक जाओ, कलेक्टर साहब आ रहे हैं, फिर कहा कि उनका फोन आ रहा है।
करीब एक घंटे की कार्रवाई में जमींदोज हो गया तीन मंजिला मकान।
इसी बीच निगम ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी। सबसे पहले टीम ने घर से सामान बाहर निकाला और फिर जेसीबी ने दीवार पर पंजा मारा। पंजा लगते ही दीवार ढहनी शुरू हो गई। यह देख महिलांए जमीन पर बैठकर रोने लगीं। बस यही करती रहीं, मेरे मकान को मत तोड़ो। विरोध के बीच करीब डेढ़ घंटे की कार्रवाई के बाद निगम ने तीन महिला मकान को जमींदोज कर दिया। बताया जा रहा है कि रघुवीर के खिलाफ अलग-अलग थानों में एक दर्जन से अधिक अपराध दर्ज हैं। उसने यहां पर सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण कर लिया था। कार्रवाई के दौरान तीन थानों का बल मौके पर मौजूद रहा।
मकान टूटता देख रो पड़ी महिलाएं।
बता दें कि पुलिस ने 15 बड़े गुंडे और माफियाओं की लिस्ट बनाई है। निगम के साथ मिलकर इन पर कार्रवाई की जा रही है। इसके पहले साजिद चंदनवाला, जीतेंद्र उर्फ नानू तायड़े, मनोहर वर्मा, अश्विन सिरोलिया, अरुण वर्मा, लकी वर्मा, गुंडे रवि काला, हिस्ट्रीशीटर असलम उर्फ मोटा, संजू राठौर, राजकुमार खटीक, बदमाश रिंकू उर्फ रूपेश चौधरी, गुंडे सत्यनारायण, कालू, धरम ठाकुर और नाबालिगों के शोषण के आरोपी प्यारे मियां के अवैध निर्माण पर कार्रवाई की जा चुकी है। इतना ही नहीं प्रशासन ने कम्प्यूटर बाबा और उनके करीबी रमेश तोमर के अवैध निर्माणों को भी ध्वस्त कर दिया है।
मकान के दस्तावेज दिखाती महिलाएं।