इंदौर। मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनाव के रिजल्ट ताे 10 नवंबर काे आ गए थे। 29 सितंबर से लगी आचार संहिता के बाद से पूर्व मंत्री तुलसी सिलावट जनता के कामों से दूर होकर चुनावी रण में उतर गए थे। सिलावट ने सांवेर विधानसभा सीट से रिकार्ड 50 हजार से ज्यादा मतों से जीत भी दर्ज की थी। लेकिन इसके बाद से वे बहुत कम नजर आ रहे थे। सिलावट पूरे दो महीने बाद 29 नवंबर को एक्टिव मोड पर नजर आए और पहली बैठक कोरोना को लेकर की। बैठक के बाद उन्होंने काम में तेजी लाने की जरूरत बताई।
विधायक सिलावट ने अधिकारियों के साथ बैठक की।
बहुत कमियां, इन्हें दूर करना हमारी जिम्मेदारी
मंत्री सिलावट ने कहा कि हमारा ग्रामीण इलाकों में कई दिनों से बैठक करने का चल रहा था। कोरोना को लेकर भी समीक्षा करनी थी। स्वास्थ्य सुविधा में बढ़ोतरी हो, जो सांवेर अस्पताल में कमियां हैं, उसकी समीक्षा की है। यहां पर सुधार की बहुत आवश्यकता है। कमियां बहुत हैं, इन्हें दूर करने की जवाबदारी मेरी और शिवराज सरकार की है।
सिलावट ने कहा कि 23 मार्च को शपथ लेने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने पहली बैठक काेराेना को लेकर वल्लभ भवन में की थी। उस दिन से आज तक मप्र के सभी जिलों की समीक्षा लगातार की जा रही है। यह बड़ा संकट है, हमें आत्म निर्भर बनना पड़ेगा। बिना डरे ही इस बीमारी से जीत सकते हैं। जब तक वैक्सीन नहीं आती हमें मास्क लगाना है।