दिल्ली में सेल्फ क्वारंटीन में भेजे गए 25 हजार से ज्यादा लोगों पर मोबाइल नंबर के जरिए रखी जा रही नजर: केजरीवाल

Posted By: Himmat Jaithwar
4/1/2020

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए तमाम संदिग्धों को सेल्फ आइसोलेशन या क्वारंटीन में भेजा गया है। हालांकि, देश के तमाम हिस्सों से ऐसे कई केस सामने आ चुके हैं, जिनमें क्वारंटीन में भेजा गया शख्स बाहर घूमता मिला। अब दिल्ली सरकार ने ऐसे लोगों की निगरानी के लिए तकनीक का इस्तेमाल कर रही है। दिल्ली में ऐसे 25000 से ज्यादा लोगों पर उनके मोबाइल नंबरों के जरिए हर वक्त नजर रखी जा रही है। इससे पता चलेगा कि संबंधित व्यक्ति क्वारंटीन के निर्देशों का पालन कर रहा है या नहीं।

दिल्ली सरकार ने 25429 मोबाइल नंबरों की हो रही निगरानी
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को बताया कि सिंगापुर जैसे देशों में तकनीक के जरिए संदिग्धों की ट्रेसिंग की गई। इसके लिए मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया गया। अब हम भी पुलिस की मदद लेकर मोबाइल फोन के जरिए उन लोगों को ट्रेस करेंगे, जिन्हें घर में आइसोलेशन/क्वारंटीन में रहने के लिए कहा गया था। केजरीवाल ने बताया कि मंगलवार को 11084 लोगों के मोबाइल नंबर दिल्ली पुलिस को दिए थे। आज (बुधवार) 14,345 और फोन नंबर देंगे। पुलिस इन मोबाइल नंबरों से ट्रेस करेगी कि संबंधित लोगों ने क्वारंटीन के निर्देशों का पालन किया है नहीं।

दिल्ली में सुबह तक कुल 120 कन्फर्म केस
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने राजधानी में कोरोना संक्रमण के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कुल मरीजों की संख्या, उनकी मौजूदा स्थिति के बारे में बताया। केजरीवाल ने कहा कि अच्छी बात यह है कि अभी तक दिल्ली में वायरस के कम्यूनिटी ट्रांसमिशन के कोई संकेत नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि आज सुबह तक दिल्ली में कुल 120 केस थे। दोपहर में भी कई नए केस मिले जिनका अभी वेरिफिकेशन चल रहा है।

766 लोग अस्पताल में, 112 ऐक्टिव केस, बाकी सस्पेक्ट
कोरोना वायरस की वजह से कुल 766 लोग दिल्ली के अस्पतालों में भर्ती हैं। इनमें से 112 पॉजिटिव केस हैं बाकी सस्पेक्ट हैं। 112 मरीजों में से सिर्फ एक वेंटिलेटर पर है। 2 ऑक्सिजन पर है और 109 की हालत स्थिर है। यानी दिल्ली में 3 मरीजों की स्थिति को गंभीर कहा जा सकता है। दिल्ली के कुल 120 मरीजों में से 112 अभी अस्पताल में हैं। 5 को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है, 2 लोगों की मौत हो चुकी है और एक व्यक्ति शुरू में ही सिंगापुर चले गए थे।

मरकज से निकाले गए 536 लोग अस्पताल में, 24 में कोरोना की पुष्टि
केजरीवाल ने बताया कि निजामुद्दीन मरकज से जिन लोगों को निकाला गया था, उसमें से 536 को अस्पताल में भर्ती किया गया है और 1810 लोगों को क्वारंटीन में रखा गया है। कुल 2346 लोगों को मरकज से निकाला गया था। दिल्ली के 120 मामलों में से 49 लोग विदेशों से आए थे, वहीं से कोरोना लेकर आए थे। 24 लोग मरकज से निकले हैं। 29 ऐसे हैं जो कॉन्टैक्ट से आए हैं यानी जिनके परिवार के लोग विदेश से आए थे। अच्छी बात यह है कि उनसे आगे यह नहीं फैला है। कम्यूनिटी ट्रांसमिशन का मामला अभी नहीं है। 18 और लोगों की जांच की जा रही है। स्थिति नियंत्रण में नजर आ रही है।

डॉक्टर, नर्स, मेडिकल स्टाफ की मौत पर 1-1 करोड़ सम्मान राशि
केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में कोरोना वायरस का इलाज करते हुए अगर कोई डॉक्टर, नर्स या मेडिकल स्टाफ शहीद होता है तो उनके परिजनों को दिल्ली सरकार 1-1 करोड़ रुपये की सम्मान राशि देगी। चाहे वे मेडिकल स्टाफ रेगुलर हों, कॉन्ट्रैक्ट पर हों, सरकारी हो या प्राइवेट सेक्टर के हों। उन्होंने बताया कि कुछ मरीज बहुत ज्यादा आक्रामक हो जाते हैं। कल राजीव गांधी अस्पताल में एक मरीज ने कूदकर आत्महत्या की कोशिश की लेकिन डॉक्टरों ने बचाया। डॉक्टरों, नर्सों, मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा के लिए जरूरी मेडिकल आइटम्स की व्यवस्था हो रही है। उनके लिए फाइव स्टार होटल से खाना मंगा रहे हैं। डॉक्टरों ने पीपीई और टेस्टिंग किट्स की कमी की बात कही है। मैं केंद्र सरकार से गुजारिश करता हूं कि इसकी पर्याप्त व्यवस्था करे।

35 हजार कंस्ट्रक्शन वर्करों के खाते में डाले जा चुके हैं 5-5 हजार
केजरीवाल ने बताया कि कंस्ट्रक्शन वर्करों के अकाउंट में पैसा जाना शुरू हो चुका है। करीब 35 हजार वर्करों के खाते में 5-5 हजार रुपये डाले जा चुके हैं। कंपनियां सैलरी के बारे में कह रही हैं कि जब दफ्तर खुलेंगे और सैलरी का हिसाब होगा, तभी तो इसे दिया जाएगा। इसलिए कंपनियों के प्रतिनिधियों को 2 दिनों के लिए पास देने का फैसला हुआ है। इस दौरान ये दफ्तर जाएंगे और सैलरी के लिए जरूरी कागजी औपचारिकता पूरा करेंगे ताकि लोगों के अकाउंट में सैलरी जाए। कंपनियों से कहा गया है कि किसी का सैलरी न काटें।

जिनके पास राशन कार्ड नहीं वे इसके लिए अप्लाई करें, राशन मिलेगा
केजरीवाल ने बताया कि राशनकार्ड धारकों को साढ़े 7 किलो राशन बांटने का काम शुरू हो चुका है। जिनका राशन कार्ड नहीं है उन्हें भी हम राशन देंगे। ऐसे लोगों की तादाद 10 लाख के करीब हो सकती है। दिक्कत यह है कि बिना राशन कार्ड वालों को राशन कैसे देंगे? कोई 2 या 3 बार तो नहीं लेगा? ऐसे कई सवाल थे। इसका एक रास्ता निकाला गया है। ऐसे लोग दिल्ली सरकार की वेबसाइट पर जाकर राशन कार्ड के लिए अप्लाई कर दें, इससे राशन कार्ड मिलेगा ही, यह नहीं कह सकते, लेकिन राशन जरूर मिलेगा इस दौरान।



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