पर्यटन स्थल हनुवंतिया में जलाशय की तेज लहरों से हाउस बोट का पिछला भाग तीसरे दिन रविवार काे भी पानी में डूबा रहा। एक दिन पहले शनिवार को केंद्र प्रबंधक ने इसे क्रेन से निकालने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। रविवार को पर्यटन निगम के ही नेवी कमांडर ने हाउस बोट का निरीक्षण कर वस्तुस्थिति देखी। उनका कहना है बड़े जलाशयों में ऐसा होता रहता है। कोई बड़ी समस्या नहीं है। हाउस बोट में सबमरीन की तरह एसी व जनरेटर लगे हैं। इनकी सर्विसिंग हो जाएगी। जलाशय का जलस्तर 2 फीट कम होते ही हाउस बोट को निकाल लिया जाएगा। बोट में कोई बड़ा डैमेज भी नहीं हुआ है।
रविवार सुबह हनुवंतिया में हाउस बोट का निरीक्षण करने आए पर्यटन निगम के वाटर स्पोर्ट्स सलाहकार कमांडर राजेंद्र निगम ने बताया तमिलनाडु में आए तूफान का असर यहां भी हुआ। शुक्रवार की रात हनुवंतिया में 80 से 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली हाेगी। रविवार सुबह भी निरीक्षण के समय 50 किमी की रफ्तार से हवा चल रही थी। यहां भी तेज लहर ने एक बोट को चपेट में लिया है। वहां तीन बोट खड़ी थी। केवल एक में ही पानी भरा है। वजन के कारण पिछला हिस्सा धंस गया है। आधी बोट जमीन पर रखी है। बॉडी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। शेष दो बोट सुरक्षित हैं। हाउस बोट के सभी अंदरुनी उपकरण नेवी के मरीन की तरह लगाए गए हैं। समुद्र में तो ऐसा होता ही रहता है और उपकरणों की रिपेयरिंग हो जाती है। हाउस बोट के एसी व जनरेटर की भी सर्विसिंग हो जाएगी। बाहर से कोई डैमेज नहीं हुआ है।
कमांडर निगम ने बताया दोनों हाउस बोट को मोडिफाई किया जाएगा। इन्हें दोबारा हनुवंतिया में चलाने की योजना है। इसका प्रस्ताव प्रक्रिया में है। तेज हवा में ही थोड़ी परेशानी होती है, लेकिन हम इसे पुन: जलाशय में चलाएंगे यह तय है।
10 दिन में निकालने की है संभावना
कमांडर निगम ने बताया डैम से अभी सिंचाई का पानी छोड़ा जा रहा है। जैसे ही पानी का लेवल कम होगा, हम बोट निकाल लेंगे। मेरे निरीक्षण के दौरान ही कुछ घंटे में 6 इंच वाटर लेवल कम हो गया। दो फीट लेवल कम होने में संभवत: 8 से 10 दिन लग जाएंगे। इसके बाद कोई समस्या नहीं आएगी। मैंने पूरा निरीक्षण कर लिया है। इसकी रिपोर्ट मैं निगम के वरिष्ठ अफसरों को प्रस्तुत कर दूंगा।