भोपाल। उपचुनाव के बाद अब बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति घोषित होने का इंतजार हैl प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा जल्द ही टीम की घोषणा करेंगे लेकिन उनकी टीम में राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों को ज्यादा जगह मिलेगी, ऐसी उम्मीद बहुत कम हैl कुछ को सरकार में ही एडजस्ट करने की तैयारी है। सिंधिया की कट्टर समर्थक इमरती देवी को महिला वित्त विकास निगम का अध्यक्ष बनाकर मंत्री का दर्जा दिया जाना लगभग तय हैl वे चुनाव हार गई थीं। संगठन में 3 या 4 सिंधिया समर्थकों को पद मिलेंगे। ऐसे संकेत हैं कि पंकज चतुर्वेदी को प्रवक्ता और भांडेर से विधायक रक्षा सिरोनिया को उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है।
उपचुनाव में हारने के 14 दिन बाद आखिरकार इमरती देवी ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दियाl उन्होंने सिंधिया के भोपाल प्रवास के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस्तीफा सौंपा। सूत्रों का कहना है इमरती देवी को कैबिनेट मंत्री का दर्जा देकर उनका राजनीतिक कद बरकरार रखा जाएगाl हालांकि चुनाव हारने के बाद इमरती देवी का बयान आया था कि वे मंत्री बनी रहेंगी और क्षेत्र का विकास उनके ही माध्यम से होगाl
पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा जल्दी ही अपनी नई टीम की घोषणा करेंगे। उनकी टीम के ज्यादातर चेहरे नए होंगे। शर्मा ने केंद्रीय नेतृत्व को भरोसे में लेकर ही अपनी टीम बनाई हैl उनकी दिल्ली में सिंधिया के साथ भी एक बैठक हो चुकी हैl
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभाले शर्मा को लगभग 9 माह बीत गए हैं लेकिन वे अब तक अपनी कार्यसमिति का गठन नहीं कर पाए। शर्मा के पार्टी की कमान संभालने के बाद भाजपा की सत्ता में वापसी हुई है और उप-चुनाव में भी जीत दर्ज की। यही वजह हैै कि पार्टी के अन्य बड़े नेताओं के चहेतों को अपनी टीम में शामिल करने का उन पर ज्यादा दबाव नहीं हैl हालांकि प्रदेश कार्यसमिति में जाति और क्षेत्रीय संतुलन भी देखने को मिलेगा। शर्मा पांच महामंत्रियों - भगवानदास सबनानी, शारदेन्दु तिवारी, रणवीर सिंह रावत, कविता पाटीदार और हरिशंकर खटीक की नियुक्ति कर चुके हैंl
10-10 उपाध्यक्ष और प्रदेश मंत्री होंगे
भाजपा के सूत्रों का कहना है कि नई कार्यसमिति के गठन को लेकर प्रदेश अध्यक्ष शर्मा की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और संगठन महामंत्री सुहास भगत के साथ बैठक हो चुकी है। इसमें 8 से 10 उपाध्यक्ष और इतने ही प्रदेश मंत्रियों के नामों पर सहमति बन गई है। इसके साथ ही कोषाध्यक्ष, कार्यालय प्रभारी जैसे पदों पर भी नए चेहरों की तैनाती का मन बनाया गया है। जो नई नियुक्तियां होने वाली हैं, उनमें नए चेहरों को बड़ी संख्या में स्थान दिया जा सकता है।
इसलिए नए चेहरों को तरजीह
पार्टी के जानकारों की मानें तो राज्य में भाजपा संगठन को नए चेहरे देना चाह रही हैंl जिलाध्यक्षों की नियुक्तियों में इसके संकेत दिए जा चुके हैंl पिछले दिनों 30 से ज्यादा जिलों के अध्यक्ष बदले गए हैं और उन स्थानों पर जिन्हें कमान दी गई है वे पहली बार जिला अध्यक्ष बने हैंl इसी तरह प्रदेश की नई कार्यसमिति में भी नए चेहरों को जगह मिलना तय है।