कंगना रनोट को लगता है कि महाराष्ट्र सरकार के हाथों उन्हें जो जिल्लत, बदनामी और शोषण का सामना करना पड़ा है, उसे देखकर तो उन्हें आदित्य पंचोली और ऋतिक रोशन जैसे लोग भले इंसान लगने लगे हैं। एक्ट्रेस ने यह रिएक्शन मुंबई की मेयर किशोरी पेंढणेकर के उस बयान पर दिया है, जिसमें उनके लिए 'नटी' और 'दो टेक की' जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया था।
कंगना ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में तंज कसते हुए लिखा है, "पिछले कुछ महीनों में मैंने महाराष्ट्र सरकार के हाथों इतने लीगल केस, गालियां, बेइज्जती, बदनामी झेली है कि बॉलीवुड माफिया और आदित्य पंचोली और ऋतिक रोशन जैसे लोग भले इंसान लगने लगे हैं। न जाने मुझमें ऐसा क्या है, जो लोगों को इस कदर परेशान करता है।"
मेयर ने अपने बयान में क्या कहा था
शुक्रवार को बॉम्बे हाईकोर्ट ने कंगना रनोट के पक्ष में फैसला सुनाया तो मेयर ने अपने रिएक्शन में कहा था, "एक नटी, जो हिमाचल में रहती है। वो आके हमारी मुंबई को पीओके कहती है। उसके बाद उसके खिलाफ कंप्लेंट आती है। दो टके के लोग कोर्ट को भी राजकीय अखाड़ा बनाना चाहते हैं। वो गलत है। जैसा उसने काम किया, उसके बाद आपने देखा होगा कि सोशल मीडिया में उसको कितना ट्रोल किया गया। हम कोर्ट की अवमानना नहीं करेंगे। कोर्ट के जजमेंट को स्टडी करेंगे।"
कंगना ने फैसले को लोकतंत्र की जीत बताया
शुक्रवार को बॉम्बे हाईकोर्ट ने कंगना रनोट के बंगले पर की गई बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) की कार्रवाई को गलत ठहराया है। साथ ही अवैध निर्माण के खिलाफ जारी किए गए BMC के नोटिस को भी खारिज कर दिया। इसके बाद कंगना ने थलाइवी के शूटिंग सेट से सोशल मीडिया पर एक थैंक्यू वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने अपनी जीत को लोकतंत्र की जीत बताया था। (पढ़ें पूरी खबर)
कंगना को मिली हिदायत
कंगना ने BMC से दो करोड़ रुपए हर्जाना मांगा है। इस पर हाईकोर्ट ने नुकसान का पता लगाने के लिए सर्वेयर नियुक्त किया है। उन्हें मार्च 2021 तक रिपोर्ट सौंपनी है। हालांकि 2 महीने से चल रहे इस पूरे घटनाक्रम के लिए हाईकोर्ट ने कंगना को सार्वजनिक बयानों में संयम बरतने की हिदायत दी है।