भिंड। गोरमी थाना क्षेत्र से करीब एक साल पहले अपहृत हुई नाबालिग बालिका को पुलिस ने मुरैना जिले के चंदनपुरा गांव से बरामद कर लिया है। नाबालिग का दो लोगों ने शादी का झांसा देकर पहले अपहरण किया। फिर उसके साथ दुष्कर्म कर उसे मुरैना जिले के चंदनपुरा गांव में एक व्यक्ति को 60 हजार रुपए में बेच दिया। पुलिस ने इस मामले में नाबालिग को खरीदने वाले युवक सहित उसका अपहरण और दुष्कर्म करने वाले दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही दो अन्य आरोपियों की अभी तलाश जारी है।
मेहगांव एसडीओपी आरकेएस राठौर ने बताया कि 26 नवंबर 2016 को गोरमी क्षेत्र से अनुसूचित जाति वर्ग की 14 वर्षीय किशोरी के अपहरण की रिपोर्ट उसके परिजन ने गोरमी थाना में दर्ज कराई थी। इस मामले में पुलिस ने जब पड़ताल की तो पता चला कि जगदीश (35) पुत्र मोहन सिंह कुशवाह देवरी जिला शिवपुरी ने उससे फोन पर दोस्ती की। साथ ही खुद को अविवाहित बताते हुए उसे शादी का झांसा देकर बलवंत सिंह (19) पुत्र राम सिंह कुशवाह निवासी देवरी जिला शिवपुरी के साथ नाबालिग को दिदावली ले आए। जहां उसके जगदीश ने दुष्कर्म किया। इसके बाद दूसरे दिन उसे छितरी जिला शिवपुरी ले गए। यहां बलवंत ने उसके साथ दुष्कर्म किया।
फिर बलवंत ने उसे नरवर में अपने जीजा महेश के यहां रखा। नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने के बाद जगदीश ने उसे स्वयं के विवाहित होने की कहानी बताई। साथ ही उससे कहा कि वह बलवंत के साथ शादी कर ले। लेकिन जब नाबालिग ने बलवंत से शादी करने के लिए मना कर दिया तो बलवंत के पिता राम सिंह नाबालिग को अपने साडू नवल सिंह निवासी चौचाई जिला मुरैना के यहां ले गए। जहां नबल सिंह ने 60 हजार रुपए में नाबालिग को मुरैना जिले के ग्राम चंदनपुरा निवासी सतीश (28) पुत्र रायसिह कुशवाह को बेच दिया। सतीश उक्त नाबालिग को अपनी पत्नी बनाकर रख रहा था। पुलिस ने इस मामले में जगदीश, बलवंत और सतीश को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही उक्त नाबालिग को भी बरामद कर लिया है। वहीं इस मामले में पुलिस को अब राम सिंह और नबल सिंह की तलाश है।