नई दिल्ली. सरकार ने छोटी बचत योजनाओं (small savings schemes) पर ब्याज दरों में 1.40 फीसदी तक कटौती कर दी है। छोटी जमाओं पर ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया गया है, जिस पर 4 फीसदी ब्याज मिलती है। नई ब्याज दरें 1 अप्रैल से लागू हो जाएंगी। गौरतलब है कि सरकार को हर तिमाही में ब्याज दरों पर फैसला लेती है। वित्त मंत्री ने एक अधिसूचना में कहा, ''विभिन्न लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को वित्त वर्ष 2020-21 की अप्रैल-जून तिमाही के लिए संशोधित किया गया है। ''
ये हैं नई दरें
स्कीम |
नई दर |
पुरानी दर |
1-3 साल की एफडी |
5.5 |
6.9 |
5 साल की एफडी |
6.7 |
7.7 |
आरडी (5 साल) |
5.8 |
7.2 |
सीनियर सिटीजन स्कीम (5 साल) |
7.4 |
8.6 |
मंथली इनकम अकाउंट (एमआईए) |
6.6 |
7.6 |
राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी) |
6.8 |
7.9 |
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) |
7.1 |
7.9 |
किसान विकास पत्र |
6.9 |
7.6 |
सुकन्या समृद्धि |
7.6 |
8.4 |
एसबीआई ने भी एफडी की ब्याज दर में कटौती की
27 मार्च को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने रेपो रेट में 75 आधार अंकों की कटौती की। रेपो रेट 5.15 फीसदी से घटकर 4.40 फीसदी हो गई है। इसके बाद ही एसबीआई ने एफडी की ब्याज दर में कटौती की है। नई ब्याज दरें 28 मार्च से लागू हो गई हैं। अब एसबीआई एफडी पर 3.5-5.7% तक का सालाना ब्याज मिल रहा है। एसबीआई एफडी पर 0.5% का अतिरिक्त ब्याज देता है।