ग्वालियर का 400 साल पुराना मंदिर साल में सिर्फ एक दिन कार्तिक पूर्णिमा पर खोला जाता है

Posted By: Himmat Jaithwar
11/26/2020

ग्वालियर। क्या आप जानते हैं कि ग्वालियर में 400 साल पुराना एक ऐसा मंदिर भी है, जो साल में सिर्फ एक दिन आम लोगों के लिए खुलता है। बात कर रहे हैं जीवाजीगंज स्थित भगवान कार्तिकेय मंदिर की। कार्तिक पूर्णिमा को ये दर्शन के लिए खोला जाता है। इस बार 30 नवंबर सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा आ रही है। उस दिन ये भक्तों को लिए खोला जाएगा।

ये हुई तैयारी

कार्तिक पूर्णिमा पर भगवान कार्तिकेय के मंदिर के पट 29 नवम्बर रात 12 बजे खोल दिए जाएंगे। मंदिर को धोया जाएगा। भगवान को स्नान कराने के साथ ही पूजा अर्चना की जाएगी। 30 नवंबर सुबह 4 बजे से आम भक्तों के लिए मंदिर खोल दिए जाएंगे।

कोविड गाइड लाइन का होगा पालन

मंदिर प्रबंधन ने बताया है कि इस बार कार्तिक पूर्णिमा पर मंदिर के पट तो खुलेंगे पर मंदिर आने वालों को कोविड गाइड लाइन का पालन करना होगा। मंदिर में बिना मास्क प्रवेश नहीं हो सकेगा। साथ ही सोशल डिस्टेंस भी बनाना होगा।

इसलिए खोला जाता है एक दिन मंदिर

बताया जाता है कि जब भगवान शिव और माता पार्वती ने अपने दोनों पुत्र गणेश और कार्तिकेय से कहा था कि जो तीनों लोक की परिक्रमा करके सबसे पहले हमारे पास आएगा, उसकी पूजा सबसे पहले मानी जाएगी। इस पर भगवान गणेश ने माता-पिता की परिक्रमा लगाई, क्योंकि उनमें तीनों लोक समाहित होते हैं। गणेशजी की इस बुद्धिमता से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें आशीर्वाद दिया था कि उनकी पूजा सभी देवी देवताओं से पहले होगी, पर जब कार्तिकेय तीनों लोक की परिक्रमा लगाकर लौटे तो देखा कि गणेश की जय जयकार हो रही है। सभी ने उन्हें भगवान मान लिया है। इस पर वो नाराज हुए और खुद को गुफा में बंद कर श्राप दिया कि जो महिला उनके दर्शन करेगी विधवा हो जाएगी, पुरुष 7 जन्म नरक में जाएंगे। इस पर भगवान शिव ने उन्हें समझाया, तो क्रोध शांत हुआ। अंत मे शिव ने वरदान दिया कि कार्तिक के जन्मदिन यानी कार्तिक पूर्णिमा पर उनके दर्शन किए जा सकेंगे, इसलिए साल में ये मंदिर एक दिन के लिए खुलता है।



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