प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना की स्थिति पर मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग कर रहे हैं। बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हम वैक्सीन को जल्द से जल्द लोगों तक पहुंचाने के लिए केंद्र और दूसरे स्टेकहोल्डर्स के साथ मिलकर काम करने को तैयार हैं। पश्चिम बंगाल में कोरोना से सही तरीके से निपट रहे हैं। चर्चा भले कोरोना पर हो रही थी, लेकिन ममता ने गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) के बकाया पेमेंट का मुद्दा भी उठा दिया।
मीटिंग में गृह मंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन भी मौजूद हैं। कई राज्यों में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में यह मीटिंग अहम है। देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 91.77 लाख के पार पहुंच चुका है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मीटिंग में मौजूद हैं। उन्होंने कहा है कि दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर के पीक में 10 नवंबर को 8600 केस आए थे। लेकिन, उसके बाद से संक्रमण के मामलों और पॉजिटिविटी रेट में लगातार कमी आ रही है। तीसरी लहर में पराली जलाने से फैले प्रदूषण जैसी वजहों से भी स्थिति गंभीर हुई।
वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन की स्ट्रैटजी पर चर्चा
देश में 5 वैक्सीन डेवलपमेंट के एडवांस स्टेज में हैं। इनमें से 4 फेज-2 या फेज-3 में हैं। आज की मीटिंग में वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन की स्ट्रैटजी पर भी चर्चा की जा रही है। सरकार ने इस बारे में काम शुरू कर दिया है कि कोरोना वैक्सीन बाजार में आने के बाद इसका तेजी से और प्रभावी डिस्ट्रीब्यूशन कैसे किया जाएगा।
अपडेट्स
- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री को बताया कि वे सीरम इंस्टीट्यूट के CEO अदार पूनावाला से लगातार कॉन्टैक्ट में हैं। वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन समय पर हो सके, इसके लिए टास्क फोर्स भी बनाई गई है।
- केजरीवाल ने पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए प्रधानमंत्री से दखल देने की मांग की है। साथ ही कोरोना की तीसरी लहर खत्म होने तक केंद्र सरकार के अस्पतालों में 1000 अतिरिक्त ICU बेड रिजर्व रखने की अपील भी की है।
मीटिंग में कौन-कौन मुख्यमंत्री शामिल?
ममता बनर्जी, पश्चिम बंगाल
उद्धव ठाकरे, महाराष्ट्र
अरविंद केजरीवाल, दिल्ली
अशोक गहलोत, राजस्थान
विजय रूपाणी, गुजरात
भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़
मनोहर लाल खट्टर, हरियाणा
कोरोना पर मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ 9वीं बैठक
देश में 25 मार्च को लॉकडाउन लगने के बाद से प्रधानमंत्री की मुख्यमंत्रियों के साथ यह 9वीं बैठक है। पिछली बैठक 23 सितंबर को हुई थी। उस मीटिंग में 7 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा की गई थी।
पिछली 8 मीटिंग कब-कब हुईं, तब क्या स्थिति थी?
मीटिंग की तारीख |
क्या चर्चा हुई |
कोरोना के केस |
कोरोना से मौतें |
20 मार्च |
मोदी ने सोशल डिस्टेंसिंग और 22 मार्च के जनता कर्फ्यू पर फोकस किया। |
249 |
5 |
2 अप्रैल |
9 मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा हुई। मोदी ने कहा- लॉकडाउन के बाद धीरे-धीरे छूट देना ही बेहतर होगा। |
2,543 |
72 |
11 अप्रैल |
लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ाने पर सहमति बनी। मीटिंग में शामिल 10 मुख्यमंत्रियों ने समर्थन किया। |
8,446 |
288 |
27 अप्रैल |
हॉटस्पॉट के बाहर 4 मई को लॉकडाउन खोलने पर सहमति बनी। पांच राज्य 3 मई के बाद भी लॉकडाउन बढ़ाने के फेवर में थे। |
29,451 |
939 |
11 मई |
मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा- 15 मई तक बताएं कि अपने राज्य में कैसा लॉकडाउन चाहते हैं। |
70,768 |
2,294 |
16-17 जून |
प्रधानमंत्री ने कोरोना से बचाव के तरीकों, लॉकडाउन के असर, अनलॉक-1, इकोनॉमी और रिफॉर्म्स की बात की। |
3,67,263 |
12,262 |
18 अगस्त |
मोदी ने कहा कि 72 घंटे के फॉर्मूले पर बात की। उन्होंने कहा कि 72 घंटे में संक्रमित व्यक्ति के आस-पास वालों की भी टेस्टिंग हो जानी चाहिए। |
2766627 |
53015 |
23 सितंबर |
मोदी ने कहा- देश में करीब 700 जिले हैं, लेकिन इनमें से सिर्फ 7 राज्यों के 60 जिले ही चिंता की वजह हैं। इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों को सलाह देता हूं कि वे 7 दिन तक जिला और ब्लॉक स्तर पर लोगों से वर्चुअल कॉन्फ्रेंस करें। |
5730180 |
91175 |