भोपालः मध्य प्रदेश उपचुनाव में हार के बाद कांग्रेस संगठन में बदलाव की सुगबुगाहट सुनाई दे रही है. पार्टी के नेता अब खुले तौर पर परिवर्तन की मांग कर रहे हैं. संगठन में बदलाव की मांग करने वाले नेता आगामी निकाय चुनाव का हवाला दे रहे हैं और चाहते हैं कि पार्टी निकाय चुनाव में बदले हुए संगठन के साथ जाए. वहीं भाजपा ने इस पर चुटकी ली है और कहा है कि चेहरे बदलने से कुछ नहीं होगा.
कांग्रेस में पार्टी विधायक से लेकर प्रदेश पदाधिकारी तक अब बदलाव की बात करने लगे हैं. पार्टी नेताओं का कहना है कि छोटे और बड़े स्तर पर भीतरघात की वजह से उपचुनाव में कई सीटों पर हमारी हार हुई. ऐसे में जरूरी है कि मेहनती लोगों को आगे लाया जाए. कांग्रेस के प्रदेश सचिव राकेश यादव का कहना है कि जनाधार वाले और चुनाव लड़ने के इच्छु नेताओं को संगठन में जगह नहीं दी जानी चाहिए.
वहीं कांग्रेस विधायक विशाल पटेल ने भी कहा कि संगठन में बदलाव किया जाना चाहिए. बता दें कि पूर्व सीएम कमलनाथ भी भोपाल पहुंचे हैं. ऐसे में भी संगठन में बदलाव की मांग जोर पकड़ रही है। कमलनाथ अभी प्रदेश कांग्रेस चीफ और नेता प्रतिपक्ष के दो पद संभाल रहे हैं. चर्चाएं हैं कि कमलनाथ जल्द नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ सकते हैं.
वहीं भाजपा ने कांग्रेस संगठन में बदलाव की चर्चाओं पर चुटकी ली है. प्रदेश भाजपा प्रवक्ता जेपी मूलचंदानी ने कहा कि चेहरे बदलने से कुछ नहीं होगा, कांग्रेस को भावनाएं बदलनी होगी. जनता के दिलों पर राज करना होगा. भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस में वंशवाद पर भी निशाना साधा.