भोपाल: मध्य प्रदेश उपचुनाव में जो बीजेपी मंत्री जीत हासिल नहीं कर पाए, सरकार उनके पुनर्वास की तैयारी में है. एदल सिंह कंसाना, इमरती देवी और गिर्राज दंडोतिया को निगम-मंडलों में जगह देने से साथ ही केबिनेट मंत्री का दर्जा दिया सकता है.
इमरती देवी को महिला वित्त एवं विकास निगम, तो वहीं दंडोतिया को हाउसिंग बोर्ड में जगह देने की तैयारी की जा रही है. इस विषय में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पार्टी स्तर पर चर्चा कर अंतिम निर्णय लेंगे.
बता दें कि एंदल सिंह कंसाना ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. जिसके लिए राज्यपाल की मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है. हालांकि इमरती देवी और दंडोतिया ने अभी इस्तीफा नहीं दिया है. बताया जा रहा है कि ये दोनों पुनर्वास तय होने के बाद ही इस्तीफा सौंपेंगे.
सूत्रों के अनुसार उपचुनाव में जीत हासिल करने वाले नारायण पटेल और सुमित्रा देवी कास्डेकर को भी निगम-मंडल में जगह दी जा सकती है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस साल मार्च में कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था. उनके साथ 22 कांग्रेसी विधायकों ने भी कमलनाथ सरकार का साथ छोड़ दिया था. ये सभी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए थे. कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई थी और शिवराज चौथी बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. सिंधिया के कारण भाजपा सत्ता में आई तो उन्होंने अपने समर्थन वाले नेताओं को शिवराज सरकार में मंत्री बनवाया. ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के 11 नेता शिवराज सरकार में मंत्री बने.