इंदौर। मानव तस्करी, धोखाधड़ी, अतिक्रमण, धमकाने के मामलों में जेल में बंद अमित सोनी को बुधवार को हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद वह गुरुवार को जेल से बाहर आ गया। पुलिस ने माफिया अभियान के दौरान जीतू के साथ अमित को भी गिरफ्तार किया था। अमित के खिलाफ 17 केस दर्ज किए थे। पिछले चार-पांच महीनों में उसे धीरे-धीरे सभी मामलों में जमानत मिलती रही। एक मामले में उसे बुधवार को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई, जिसके बाद उसका जेल से बाहर निकलने का रास्ता साफ हो गया था।
5 जनवरी को पुलिस ने अमित को गिरफ्तार किया था। इसके बाद दनादन उस पर केस दर्ज कर लिए थे। माय होम में डांस करने वाली लड़कियों को अवैध तरीके से रखने पर मानव तस्करी की धारा लगाई थी। इसके अलावा होटल बेस्ट वेस्टर्न में धोखाधड़ी से फ्लैट पर कब्जे किए जाने के लगभग 15 मामले दर्ज किए थे। इसके अलावा अतिक्रमण, प्रॉपर्टी विवाद में धमकाने के आरोप में भी आरोपी बनाया था। मानव तस्करी के मामले में उसने हाई कोर्ट में अर्जी दायर की थी। ट्रायल प्रोग्राम लंबा चलेगा, पुलिस के पास मानव तस्करी के संबंध में कोई ठोस दस्तावेज नहीं होने सहित कई बातें याचिका में लिखी थी। पुलिस की ओर से परंपरागत रूप से कहा गया कि अमित बाहर आया तो साक्ष्य प्रभावित करेगा, गवाहों को धमका सकता है। सबूत मिटा सकता है। हाई कोर्ट ने सभी पक्षों को सुनने के बाद जमानत देने के आदेश जारी किए।
अमित सोनी के वकील अश्विन अध्यारु का कहना था कि अमित सोनी का इन घटनाओं से कोई लेना-देना नहीं था। जीतू सोनी फरार थे, इसलिए अमित पर झूठे मुकदमे लगाए गए थे। अमित सोनी पर अवैध कब्जे, अवैध वसूली, मानव तस्करी, शासकीय कार्य में बाधा सहित 17 केस दर्ज थे, जिनमें सभी मामलों में जमानत हो चुकी है। 16 केसों में जमानत निचली अदालत से मिल गई थी, जबकि एक केस में हाई कोर्ट से जमानत मिल गई।
छापे में मिली थीं जीतू के होटल से 67 युवतियां, 36 कारतूस; 150 करोड़ की जमीनों की 30 रजिस्ट्रियां
हनी ट्रैप मामले में नगर निगम के सस्पेंड इंजीनियर हरभजन सिंह की शिकायत पर पुलिस ने 30 नवंबर की रात कारोबारी जीतू उर्फ जितेंद्र सोनी और उनके बेटे अमित सोनी के गीता भवन चौराहा स्थित होटल माय होम, घर और दफ्तरों पर दबिश दी थी। होटल माय होम में पुलिस को 67 युवतियां मिलीं, जिन्हें बंधक बनाकर जिस्मफरोशी करवाया जा रहा था। घर से पुलिस को हनी ट्रैप कांड से जुड़े दस्तावेज, पेन ड्राइव, सीडी, 30 से ज्यादा प्लॉटों, जमीनों की रजिस्ट्री मिली थी, जिनकी बाजार में कीमत 150 करोड़ से ज्यादा है। पुलिस ने जीतू सोनी, अमित व अन्य परिजनों पर मानव तस्करी, आईटी एक्ट, आर्म्स एक्ट, प्रतिबंधात्मक और शासकीय कार्य में बाधा के केस दर्ज करते हुए अमित को गिरफ्तार कर लिया था।