जम्मू-कश्मीर में बने गुपकार अलायंस पर गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर महबूबा मुफ्ती ने पलटवार किया है। मंगलवार की सुबह शाह ने कहा था कि गुपकार गैंग अब ग्लोबल हो रहा है। वे जम्मू-कश्मीर में विदेशी ताकतों का दखल चाहते हैं। क्या सोनिया और राहुल गांधी इनका समर्थन करते हैं? उन्हें इस पर अपना रुख साफ करना चाहिए। भारत के लोग देश के खिलाफ किसी ग्लोबल गठबंधन को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
इस पर, जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पलटवार किया। मुफ्ती ने ट्वीट किया, ''पुरानी आदतें मुश्किल से खत्म होती हैं। पहले BJP हमें टुकड़े टुकड़े गैंग कहती थी। उनका नैरेटिव था कि टुकड़े टुकड़े गैंग से भारत की संप्रभुता को खतरा है और अब वे 'गुपकार गैंग' का इस्तेमाल करके हमें एंटी नेशनल्स के तौर पर दिखाना चाहते हैं। जबकि वह खुद संविधान को तार-तार करके लाखों लोगों को मौत के घाट उतार चुके हैं।''
बेरोजगारी, मंदी के मुद्दों को छोड़कर अब गुपकार पर चर्चा कर रहे
एक अन्य ट्वीट में महबूबा ने लिखा, ''गठबंधन में चुनाव लड़ना अब एंटी नेशनल हो गया? BJP जब खुद सत्ता में आने के लिए कईयों से गठबंधन करती है तो ठीक, लेकिन हम करें तो एंटी नेशनल हो जाते हैं। BJP की नीति रही है कि भारत को बांटो और खुद को ऐसा प्रोजेक्ट कर दो कि केवल वही देश की एकता और सुरक्षा के लिए जरूरी हैं और बाकी विपक्षियों को देश के लिए खतरा बता दो। अब वो (BJP) बेरोजगारी, मंदी के मुद्दों को छोड़कर लव जिहाद, टुकड़े-टुकड़े और अब गुपकार गैंग के जरिए अपनी राजनीति चला रहे हैं।''
अमित शाह ने मंगलवार को तीन ट्वीट कर गुपकार अलायंस पर निशाना साधा।
क्या कहा था शाह ने ?
शाह ने कहा- गुपकार गैंग और कांग्रेस मिलकर जम्मू-कश्मीर को आतंक और बर्बादी के दौर में वापस ले जाना चाहते हैं। आर्टिकल 370 हटने से दलितों, महिलाओं और आदिवासियों को अधिकार मिले हैं। कांग्रेस और गुपकार गैंग मिलकर उनके अधिकार छीनना चाहते हैं। यही वजह है कि हर जगह लोगों ने उन्हें नकार दिया है।
देश के खिलाफ अलायंस बर्दाश्त नहीं
गृह मंत्री शाह ने कहा- जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है। भारत के लोग देश के खिलाफ किसी अंतरराष्ट्रीय गठबंधन को सहन नहीं करेंगे। या तो गुपकार गैंग को देश के मूड के साथ चलना होगा या फिर लोग उसे डुबा देंगे। शाह से पहले सोमवार को भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके गुपकार अलायंस और कांग्रेस पर हमला बोला था।
क्या है गुपकार डिक्लेरेशन?
श्रीनगर के गुपकार रोड पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया फारूक अब्दुल्ला का घर है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने के एक दिन पहले 4 अगस्त, 2019 को आठ स्थानीय दलों ने यहां बैठक की थी। इसमें एक प्रस्ताव पारित किया गया था। उसे ही गुपकार डिक्लेरेशन कहा गया। गुपकार डिक्लेरेशन में आर्टिकल-370 और 35ए की बहाली के साथ ही जम्मू-कश्मीर के लिए राज्य का दर्जा मांगा गया है। सहयोगी दलों के सबसे सीनियर नेता होने के नाते डॉ. फारूक अब्दुल्ला को इसका अध्यक्ष बनाया गया है। इसकी एक वजह उनकी पार्टी का मजबूत कैडर होना भी है।
श्रीनगर के गुपकार रोड पर फारूक अब्दुल्ला के घर पर जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 की बहाली के लिए प्रस्ताव पारित किया गया था। उसे ही गुपकार डिक्लेरेशन कहा गया।
गठबंधन में 6 पार्टियां शामिल
गुपकार डिक्लेरेशन को अमलीजामा पहनाने के लिए छह दलों ने हाथ मिलाया है। इनमें डॉ. फारूक अब्दुल्ला की अध्यक्षता वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस, महबूबा मुफ्ती की अगुआई वाली पीडीपी के अलावा सज्जाद गनी लोन की पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस, जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट और माकपा की स्थानीय इकाई शामिल है।