इंदौर। भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष गोपीकृष्ण नेमा के चौथमल कॉलोनी स्थित निवास पर सोमवार शाम करीब 15 दोपहिया वाहनों पर हथियारों से लैस होकर आए 30 से ज्यादा बदमाशों ने हमला किया था। मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र के अनुसार मामले में 7 आरोपियों को चिन्हित कर लिया गया है। गिरफ्त में आए आरोपियों पर पूर्व में भी मामले दर्ज हैं। आरोपियों के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई की जा रही है। छह टीमें अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हैं।
यह है मामला
भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष गोपीकृष्ण नेमा के चौथमल कॉलोनी स्थित निवास पर हथियारों से लैस होकर आए 30 से ज्यादा बदमाशों ने हमला कर दिया था। इन लोगों ने बाहर लगी नेम प्लेट चाकू से काटी और भीतर घुसकर लोहे की रॉड, चाकू, सरिए व लठिया से तोड़फोड़ कर दी। आंगन में रखे गमले फेंक तोड़ दिए, खिड़की के कांच फोड़े, दरवाजे पर लट्ठ और सरिए से हमला किया। दरवाजा तोड़ने के लिए लात भी मारी। ईंट और पत्थर बरसाए। इस दौरान नेमा और उनका परिवार घर में ही था।
कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला और शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल भी पहुंचे।
बताते हैं कि नेमा हंगामा सुन बाहर निकलने लगे, लेकिन परिजन ने रोक लिया। करीब 5 मिनट बदमाश यहीं रहे और तोड़फोड़ करते रहे। इसी बीच नेमा ने बालकृष्ण अरोरा को कॉल कर घटना बताई। जब तक अरोरा व अन्य लोग पहुंचते, बदमाश भाग निकले। शाम करीब 5 बजे के हुई घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और भाजपा के कई नेता नेमा के घर पहुंचे।
नेमा के घर पर लगे सीसीटीवी कैमरों से बाइक सवारों में अनमोल संधू और अश्विन सिरोलिया की पहचान हुई है। अनमोल सोंटा सरदार के साथ सक्रिय रहा है और भंवरकुआं क्षेत्र में हाल में हुए गोलीकांड में शामिल था, जबकि अश्विन के साथ भी पुराने विवाद जुड़े रहे हैं। इनके अलावा अरुण वर्मा, सन्नी सोनी, अभिषेक कुशवाह, आकाश साल्वी के नाम भी सामने आए हैं।
हमले का मुख्य कारण
प्रकरण में गोपी नेमा का न तो किसी से विवाद था और ना ही बदमाश उन पर हमला करने आए थे। दरअसल, विवाद गत दिनों खजराना में व्यापारियों से करोड़ों के लेन-देन प्रकरण में पकड़ाए ड्रायफ्रूट कारोबारी जुबैर शेख और उसके जीजा अश्विन सिरोइय्या से जुड़ा है। आरोपी जुबैर के खिलाफ जिन कारोबारियों ने शिकायत कनाड़िया थाने में की है। उन व्यापारियों का सपोर्ट अयाज गुड्डु व उसका बेटा कर रहा था।
भाजपा नेता भी नेमा से मिलने पहुंचे।
जुबैर की कल कोर्ट पेशी थी। अयाज गुड्डू पक्ष के लोगों ने वहां उसे पीटने की योजना बनाई थी। इस पर जुबैर के पक्ष में उसका जीजा अश्विन सिरोइय्या अपनी गैंग के बदमाश अनमोल संधू, अरुण वर्मा, करण राणा व अन्य साथियों को लेकर कोर्ट पहुंचा। इनका सेंट्रल कोतवाली इलाके में अयाज गुड्डू से विवाद हुआ। बाद में अश्विन सिरोइय्या और अयाज के बीच कहासुनी हुई। अश्विन गैंग को पता चला अयाज गुड्डू राजमोहल्ला क्षेत्र में किसी के घर में है, तो इन्होंने छत्रीपुरा इलाके के बदमाश आकाश से रैकी करवाई। जब इन्हें पता चला कि वह नेमा के घर में है। तो ये बिना सोचे-समझे वहां पहुंचे और गुड्डू पर हमला करने की नीयत से नेमा के घर में हमला बोल दिया। जब हमलावरों में से किसी ने नेमा के घर की नेम प्लेट देखी, तो सभी भाग निकले।
नेमा नहीं, अय्याज पर हमला करने आए थे बदमाश- एसपी जैन
हमलावरों की सीसीटीवी फुटेज से पहचान की गई है। छत्रीपुरा थाने में फुटेज के आधार पर आरोपी अश्विन सिरोइय्या, अरुण वर्मा और करण राणा व अन्य साथियों के खिलाफ घर में घुसकर हमला करने का केस दर्ज किया है। आरोपी अश्विन अयाज गुड्डु को मारने के लिए बदमाश साथियों के यहां पहुंचा था। उन्हें लगा, अयाज यहां आया है। क्योंकि आरोरियों का अयाज के बेटे से भी विवाद हो चुका है। आरोपी अश्विन अपने साले जुबैर पर हुए हमले का बदला लेना चाह रहा था, लेकिन जुबैर के खिलाफ करोड़ों के लेन-देन की जिन व्यापारियों ने शिकायत दर्ज करवाई है, वे व्यापारी अयाज गुड्डू के पक्ष के लोग हैं, इसीलिए इन दोनों पक्षों के बीच विवाद था।