इंदौर। मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री दर्जा रहते रेत को लेकर शिवराजसिंह चौहान को घेरने वाले कम्प्यूटर बाबा की मुश्किल और बढ़ गई है। इंदौर प्रशासन ने उनकी कुंडली से क्रिमिनल कनेक्शन भी खोज निकाला है। 8 नवंबर से जेल में बंद बाबा के करीबी रमेश तोमर की अवैध संपत्तियों पर मंगलवार को पुलिस-प्रशासन ने नगर निगम के साथ मिलकर बुलडोजर चलवा दिया। तोमर आजाद नगर क्षेत्र में रहता है। ताेमर पर चाकूबाजी, लूटपाट सहित 19 मामले दर्ज हैं। बाबा के आश्रम से कार्रवाई के दौरान एक लग्जरी कार मिली थी, जो रमेश के नाम पर ही रजिस्टर्ड है। बाबा इसी गाड़ी से घूमा करते थे। यहां तक कि बाबा ने मप्र विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा के खिलाफ लोकतंत्र बचाओ यात्रा निकाली थी।
पार्क की जमीन पर कब्जा कर तीन मोबाइल टाॅवर खड़े करवा लिए थे।
एडीएम अजयदेव शर्मा ने बताया कि कम्प्यूटर बाबा के आश्रम में कार्रवाई के दौरान एक लग्जरी कार जब्त हुई थी। इसकी डिटेल निकालने पर गाड़ी रमेश तोमर की पाई गई थी। बाबा भी जमीन की खरीद-फरोख्त में लिप्त पाए गए थे। तोमर के खिलाफ 19 आपराधिक प्रकरण दर्ज होना पाया गया है। जांच में पाया गया कि कई मकान वैध बना लिए। इसके अलावा दूसरों के मकानों पर भी कब्जा कर लिया। इसके खिलाफ आपराधिक षडयंत्र, 420, वसूली मारपीट सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज हैं। कलेक्टर के आदेश के बाद निगम और पुलिस के साथ मिलकर कार्रवाई को अंजाम दिया गया है।
तोमर ने पांच अलग-अलग जगह मकान बनवा रखे थे।
पार्क की जमीन पर कब्जा, खड़ा करवा दिया अवैध मोबाइल टाॅवर
कम्प्यूटर बाबा का करीबी रमेश तोमर भी जमीन के खेल में जादूगर निकला। शर्मा के अनुसार रमेश ने पार्क की जमीन पर कब्जा कर तीन अवैध मोबाइल टाॅवर खड़े करवा लिए थे। ऊंचाई ज्यादा होने से इन्हें काटकर हटाया जाएगा। मंगलवार को डीजी सेट आदि को हटा दिया गया। इसके अलावा उसने अलग-अलग जगहों पर छोटे-बड़े पांच मकान भी तान लिए थे, जबकि एक मकान निर्माणाधीन था। मामले में जांच के बाद यह कार्रवाई शुरू हुई है। पुलिस ने जो बदमाश-गुंडे लगातार अपराध कर रहे हैं उन्हें सूचीबद्ध कर नगर निगम से इनकी वैध-अवैध संपत्तियों की जानकारी जुटाकर कार्रवाई की जा रही है। गौरतलब है कि पहली बार जब यह कार्रवाई शुरू हुई थी तो कुल 120 गुंडों के मकान तोड़े गए थे।
कुछ जगह पर निर्माण किया जाना था।
रमेश पर दर्ज प्रकरण
जानकारी अनुसार तोमर के विरुद्ध संयोगितागंज थाने पर मारपीट, गाली गलौज, बलवा करना, जान से मारने की धमकी देना, तोड़-फोड़ करना, बिजली चोरी, शासकीय कर्मचारी पर हमला, धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज तैयार करना, अवैध कब्जा करना, अवैध शराब रखने के मामले दर्ज हैं।
मकान तोड़ने का चस्पा नोटिस।
पुलिस-प्रशासन ने निगम के साथ जमींदोज किया निर्माण।
पांच जेसीबी से तोड़ा गया मकान।