इंदौर। इंदौर में कोरोनावायरस का संक्रमण आउट ऑफ कंट्रोल हो चुका है। मंगलवार को इंदौर में मरीजों की संख्या 49 हो गई। यह पूरे मध्यप्रदेश की कुल संख्या से ज्यादा है। इतना ही नहीं भारत के 14 राज्यों के टोटल से भी ज्यादा है। इंदौर में संक्रमण बढ़ने की स्पीड 580% हो गई है। यह बेहद खतरनाक स्थिति है।
CAA विरोधी प्रदर्शन और मोदी समर्थकों का उत्सव संक्रमण की सबसे बड़ी वजह
इंदौर में कोरोनावायरस का संक्रमण बढ़ने की सबसे बड़ी वजह CAA विरोधी प्रदर्शन और नरेंद्र मोदी समर्थकों द्वारा कलेक्टर के मना किए जाने के बावजूद रंग पंचमी एवं जनता कर्फ्यू वाले दिन मनाया गया उत्सव माना जा रहा है। रानीपुर के हालात ऐसे हैं कि संक्रमण की रोकथाम के लिए जाने वाली सरकारी टीम से लोग आईडेंटिटी कार्ड और कागज मांग रहे हैं। शायद वह मेडिकल टीम को CAA की जानकारी संग्रहित करने वाली टीम मान रहे हैं। यह भी माना जा रहा है कि इंदौर में कोरोनावायरस महाराष्ट्र से आया है। क्योंकि इंदौर शहर महाराष्ट्र से सीधा कनेक्ट होता है, इसलिए यह संभावना से इंकार भी नहीं किया जा सकता।
इंदौर को भीलवाड़ा से सीखने की जरूरत
राजस्थान के भीलवाड़ा में एक दिन में छह मरीज सामने आने के बाद (अभी तक 21 मरीज) तेजी से काम शुरू हुआ। वहां प्रशासन ने पूरे जिले के लिए छह हजार मेडिकल टीम बनाकर सभी 24 लाख लोगों की स्क्रीनिंग और जांच शुरू करा दी। नौ दिन में 18 हजार मरीज चिह्नित किए गए। संदिग्धों को क्वारैंटाइन हाउस में रखा गया। उनके मोबाइल में एक एप डाउनलोड कराया गया। यदि कोई क्वारैंटाइन हाउस से बाहर निकलता, तो प्रशासन के पास अलर्ट पहुंच जाता।