सुपर काॅरिडोर और अंबिकापुरी में भी निर्माण ध्वस्त, 5 करोड़ की 20 हज़ार वर्गफीट ज़मीन अब अतिक्रमण मुक्त

Posted By: Himmat Jaithwar
11/9/2020

इंदौर। भाजपा और कांग्रेस दोनों शासन काल में राज्यमंत्री का दर्जा पा चुके नामदेव दास त्यागी उर्फ कम्प्यूटर बाबा के ग्राम जम्बूडी हप्सी के खसरा नंबर 610/1 और 610/2 की 46 एकड़ से ज्यादा जमीन में से दो एकड़ पर फैले लग्जरी आश्रम पर रविवार को बुलडोजर चलाने के बाद जिला प्रशासन ने सोमवार सुबह उनके सुपर कॉरिडोर में किए गए अतिक्रमण को तोड़ा। इसके बाद टीम अम्बिकापूरी एक्सटेंशन मंदिर में पहुंची यहां पर से बाबा का कब्जा छुड़ाया गया। टीम ने कार्रवाई कर आईडीए की योजना 151 में शामिल करीब पांच करोड़ रुपए मूल्य की 20 हज़ार वर्गफीट ज़मीन को अतिक्रमण से मुक्त करवाया।

प्रशासन की टीम ने कब्जे वाले बोर्ड को भी गिरा दिया।
प्रशासन की टीम ने कब्जे वाले बोर्ड को भी गिरा दिया।

कार्रवाई के दौरान बाबा के नाम मिली रजिस्ट्री

रविवार को जांच में बाबा के सुपर कॉरिडोर पर करीब साढ़े तीन हजार वर्गफीट एरिया में भी कब्जे मिले थे। इसके बाद सुबह टीम ने जेसीबी, बुलडोजर लेकर कब्जे हटाने की कार्रवाई की। एडीएम अजय देव शर्मा ने बताया कि अजनाेद में कार्रवाई के दौरान एक रजिस्ट्री भी मिली है। इसके अनुसार कंप्यूटर बाबा ने शंकर पिता रामकिशन खाती ने 2009 में हल्का नंबर 11 ग्राम अजनोद में 10 लाख रुपए में कृषि भूमि खरीदी थी। इसमें तीन हेक्टेयर जमीन बाबा ने खरीदी थी। यहां मंदिर बनाकर जमीन की खरीद-फरोख्त के लिए इसका उपयोग किया जा रहा था। इसका सबसे बड़ा उदाहरण बाबा के नाम पर मिली रजिस्ट्री है। यहां पर गांधी नगर यूनियन बैंक के खाते की एक पासबुक भी मिली है। यह खाता भी बाबा के नाम पर है। प्रशासन ने बैंक को पूरे ट्रांजेक्शन के बारे में जानकारी देने को कहा है। शर्मा के अनुसार श्री दक्षिण कालीपीठ महामंदिर में कुछ कमरे भी बने मिले हैं।

रहवासी संघ का कहना है कि इनका उपयोग रहवासी संघ द्वारा उपयोग में लिया जा सकता है। जरूरी नहीं की हर निर्माण को तोड़ा जाए। अभी इसे नगर निगम और रहवासी संघ संचालित कर सकता है। प्रशासन इसका आधिपत्य रहवासी संघ को देने पर विचार कर रहा है। वहीं, प्रशासन को बाबा के कई बैंक अकाउंट होने और उनमें असामान्य तरीके से पैसा जमा होने की भी शिकायतें मिली हैं। प्रशासन ने बाबा की जमीनों के साथ ही उनके खातों की भी जांच शुरू करवा दी है। जरूरत होने पर आयकर विभाग की मदद ली जाएगी।

रविवार को आश्रम को किया था जमींदोज

रविवार काे कम्प्यूटर बाबा के ग्राम जम्बूडी हप्सी स्थित आश्रम पर कार्रवाई के बाद 10 ट्रकों में सामान भरा गया और बाबा के साथी गंगादास के सुपुर्द कर दिया गया था। इसमें रजाई, गद्दे, टीवी, फ्रीज, एसी, अलमारी, कुर्सियां, पेंटिग्स, फोटो, टेबल, बुलेट, कार, बाथरूम का सामान, क्रीम, सूटकेस, किचन का सामान, पलंग, कमंडल, माला आदि कई सामग्री शामिल हैं। आश्रम में सीसीटीवी भी लगे हुए थे। इस दौरान अशांति फैलाने के आरोप में बाबा और उनके सहयोगी रामचरण दास, संदीप द्विवेदी, रामबाबू यादव, मोनू पंडित, जगदीप सहित कुल सात लोगों को एसडीएम राजेश राठौर द्वारा अगले आदेश तक जेल भेज दिया गया। बाबा को सेंट्रल जेल की बैरक नंबर 5 में रखा है, जहां वे आराम से ध्यान की मुद्रा में बैठे हैं। सूत्रों के अनुसार उन्होंने जेल में कोई विरोध नहीं किया है और प्रशासन की कार्रवाई से खौफ में नजर आ रहे हैं।

टीम ने कार्रवाई कर कब्जे वाली जमीन को अतिक्रमण मुक्त करवाया।
टीम ने कार्रवाई कर कब्जे वाली जमीन को अतिक्रमण मुक्त करवाया।

हमेशा सुर्खियों में रहे

  • बाबा ने गोम्मटगिरि आश्रम की जमीन पर हुए विवाद के बाद सबसे पहले राजबाड़ा पर आमरण अनशन किया था। उस समय तत्कालीन मंत्री और वर्तमान भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अनशन खत्म करवाया था।
  • अंबिकापुरी स्थित श्रीसिद्ध कालीधाम मंदिर को लेकर हुई हत्या के मामले में भी बाबा को लेकर आरोप लगे थे।
  • 2011 में कम्प्यूटर बाबा ने गोम्मटगिरि आश्रम पर लघु कुंभ आयोजित किया था। इसके प्रचार के लिए उन्होंने हेलिकॉप्टर से गांव-गांव में पर्चे वितरित किए थे।



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