मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले के सैतपुरा गांव में बोरवेल में गिरा 4 साल का प्रहलाद जिंदगी की जंग हार गया। शनिवार रात 3 बजे NDRF की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया, लेकिन प्रहलाद को बचाया नहीं जा सका। पानी की वजह से उसका शरीर फूल चुका था। मेडिकल टीम पोस्टमार्टम के लिए बच्चे के शव को लेकर निवाड़ी के स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंची। कलक्टर आशीष भार्गव ने बताया कि बुधवार शाम से ही बच्चे का मूवमेंट क्लीयर नहीं हो रहा था।
निवाड़ी जिले के सैतपुरा गांव में बुधवार सुबह 9 बजे प्रहलाद बोरवेल में गिर गया था। वह 59 फीट नीचे फंस गया था। शनिवार को बच्चे को निकालने के लिए होरिजोंटल सुरंग बनाई जा रही थी, जिसका डायरेक्शन भटक जाने के कारण सुरंग बोर तक नहीं पहुंच पाई थी। करीब 11 बजे NDRF की टीम ने खुदाई रोक दी थी। इसके बाद देर रात झांसी से एक्सपर्ट की टीम आई, उसने मैग्नेटिक अलाइनमेंट के जरिए सुरंग की दिशा तय की। इसके बाद दोबारा खुदाई शुरू की गई और रात 3 बजे बच्चे को निकाला गया।
कलक्टर के मुताबिक तीन बाय तीन की टनल बनाई गई थी। बोर का डायामीटर तिरछा था। इस वजह से टनल बनाने में परेशानी आ रही थी। पानी का फ्लो भी ज्यादा था। हाथ से भी खुदाई करनी पड़ी।
बोरवेल के जमा भीड़।
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खुदाई में गड़बड़ी से रेस्क्यू पर असर
बीना रिफाइनरी से बुलाई गई ड्रिलिंग मशीन से टनल बनाई जा रही थी, लेकिन काफी खुदाई के बाद पता चला कि अलाइनमेंट में गड़बड़ी हो गई है। इस वजह से बच्चे तक नहीं पहुंचा जा सका। बाद में अलाइनमेंट ठीक कर दोबारा काम शुरू किया गया, लेकिन कामयाबी नहीं मिलने की वजह से देर रात काम बंद कर दिया।
अधिकारियों की मौजूदगी में पीएम
रविवार सुबह बोरवेल से निकाले गए बालक प्रहलाद के शव का चार डॉक्टर की टीम ने पीएम किया। टीकमगढ़ से डॉ पंकज निरंजन, डॉ अमित शुक्ला एवं निवाड़ी जिले से डॉ विनोद बाजपेई, डॉ पीएल विश्वकर्मा के द्वारा पीएम किया गया। पीएम के समय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डिप्टी कलेक्टर केएस गौतम, एसडीएम वंदना राजपूत, एसडीओपी शैलेंद्र श्रीवास्तव, तहसीलदार कमल मंडलोई, थाना प्रभारी गुलाब शर्मा एवं पुलिस बल उपस्थित रहा।
प्रहलाद का फाइल फोटो।