दूसरे प्रदेशों के सीमावर्ती जिलों के बॉर्डर पर फंसे हजारों लोग; इंदौर में हालत नाजुक, भोपाल में संक्रमण को रोकने चार हिस्सों में बांटा शहर , 4 व्हीलर पर भी लगाया गया प्रतिबंध

Posted By: Himmat Jaithwar
3/31/2020

भोपाल। प्रदेश के दूसरे राज्यों से लगती सीमाओं को सील किए जाने से हजारों लोग बॉर्डर पर फंसे हुए हैं। हजारों लोग भूखे-प्यासे तेज धूप में बच्चों सहित प्रशासन के आगे घर तक जाने के लिए गिड़गिड़ा रहे हैं। इदौर मे हालत नाजुक स्थिति में पहुंच गए हैं। प्रदेश में बीते 24 घंटे में कोई नया मामला सामने नहीं आया है। प्रदेश में इस समय 47 संक्रमित मरीज हैं। इसमें इंदौर 27, उज्जैन 5, जबलपुर 8, भोपाल, 3, ग्वालियर 2, शिवपुरी में 2 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें से 10 मरीजों की हालत में सुधार का दावा स्वास्थ्य विभाग ने किया है। भोपाल में स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए चार जोन में बांटा गया है। इससे एक क्षेत्र के लोगों को दूसरे क्षेत्र में जाने पर पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसी के साथ कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने शहर में आज से चार पहिया वाहनों पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। प्रदेश में संक्रमण से अब तक कुल 5 लोगों की मौत हुई है। 


राज्यों की सीमाएं सील करने के निर्देश मिलने के बाद सोमवार सुबह गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र की ओर से मप्र आ रहे 23 हजार से ज्यादा मजदूरों को बॉर्डर पर ही रोक दिया गया। करीब 10 जिलों की सीमाओं पर डॉक्टरों, नर्साें और पुलिस की टीम ने इनकी जांच की, जो संदिग्ध मिले, उन्हें बॉर्डर पर ही बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटरों में 14 दिन के लिए रख दिया गया। 

इंदौर सबसे संक्रमित शहरों की सूची में 8वें नंबर पर

कोरोना संक्रमण से देश में 27 राज्य प्रभावित हैं। इसमें मध्य प्रदेश दसवें नंबर पर है। लेकिन, शहरों की बात करें तो 24 मार्च तक कोरोना मुक्त रहा इंदौर बीते पांच दिनों में देश के सबसे संक्रमित शहरों की सूची में आठवें नंबर पर आ गया है। केरल में देश का पहला मरीज 30 जनवरी को सामने आया था। महाराष्ट्र और दूसरी जगहों पर मार्च के पहले और दूसरे हफ्ते में मरीजों का आना शुरू हुआ। इंदौर में मरीज बढ़ने की रफ्तार जो रविवार तक 380% थी, वह अब 540% हो गई है।

भोपाल को चार जोन में बांटा गया

मिसरोद रोड पर आज पुलिस सुबह से सख्ती दिखा रही है। बाहनों को शहर में नहीं आने दिया जा रहा है।

संक्रमण को रोकने के लिए भोपाल शहर को चार जोन में बांट दिया गया है। नया शहर, पुरानी भोपाल, बैरागढ़ और कोलार को चार अलग-अलग भागों में विभक्त किया गया है। प्रशासन ने ये निर्णय इसलिए लिया है क्योंकि पुराने शहर के कई इलाकों में अभी लोग एहतियात नहीं रख रहे हैं। उन्हें समुहों में बैठे और घूमते हुए देखा जा रहा है। इंदौर में भी ऐसी ही स्थिति के बाद एकाएक संक्रमित मरीजों की ज्या बढ़ोतरी का ये एक कारण माना जा रहा है। मंगलवार से लागू हो रही व्यवस्था से लोग एक जगह से दूसरे स्थानों पर नहीं जा सकेंगे। शहर को चार भागों में बांटने के लिए  बैरिकेड्स लगाने का काम शुरू हो गया है। जो लोग नियमों को नहीं मानेंगे उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पास धारियों और जरूरी सामान की पूर्ती करने वालों को आने-जाने की अनुमति दी जाएगी। इसी के साथ कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने शहर में आज से चार पहिया वाहनों पर भी प्रतिबंध लगा दिया। मंगलवार सुबह से शहर और सीमा पर इसका सख्ती से पालन कराया जा रहा है। 

दतिया : 8 माह की गर्भवती हूं, 500 किमी दूर से आ रही हूं, मुझे जाने दें

उप्र सीमा में चिरूला के पास बैरिकेड्स लगा दिए गए थे। इससे ग्वालियर-दतिया की ओर से झांसी की ओर जाने वाले एक किमी के रूट पर कई वाहन फंस गए। यहां फंसे लोगों में हरियाणा के रेवाड़ी से पैदल मऊरानीपुर आ रही गर्भवती महिला पूजा भी शामिल थी। वह दो दिन पहले रेवाड़ी से पैदल ही चली थी। महिला ने पुलिस से विनती की कि वह आठ से गर्फवती हूं। मैं 500 किमी दूर पैदल आ रही हूं। मुझे जाने दें।



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