भोपाल। मंगलवार रात 3:30 बजे...तापमान 13.6°.. कॅरियर कॉलेज के पीछे एकता नगर में एक नवजात की आवाज सुनाई देती है। एक महिला ने आवाज लगाई कि देखो यहां एक बच्चा रो रहा है। आसपास के लोग गहरी नींद से उठे और जहां बच्चे के रोने की आवाज आ रही थी, वहां पहुंचे। एक नवजात, सिर्फ एक चादर में कराह रहा था। लोगों ने तत्काल पुलिस कंट्रोल रूम में फोन किया। यहां से तड़के 4 बजे गोविंदापुरा क्षेत्र में ड्यूटी कर रहे हेड कांस्टेबल सिद्धार्थ जामनिक और पायलट दशरथ को सूचना दी गई। टीम ने माैके पर पहुंच तुरंत नवजात को उठाकर जेपी अस्पताल पहुंचाया।
शुक्र है.... बच्चा स्वस्थ है
गहन चिकित्सा इकाई के प्रभारी ओम प्रजापति ने बताया कि पुलिस सुबह 5:30 बजे नवजात को लेकर आई थी। बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है। बच्चे का वजन 2.200 किलो है। बच्चे का जन्म चार दिन पहले हुआ है। उसकी काॅर्ड सूख गई है। इसलिए यह नहीं बताया जा सकता है कि जन्म घर पर हुआ या अस्पताल में।
ये कर रहीं देखभाल... नर्स कल्पना सोनी, सविता यादव व रेखा पाल इसकी देखभाल कर रही हैं। इन्होंने बताया कि इसका नाम कौरव रखा है। नवजात को मदर मिल्क बैंक का दूध दिया जा रहा है।
मेरा क्या कसूर
न कोई कसूर...न कोई दुश्मनी, दुनिया में आते ही मेरे अपनों ने ये मेरा कैसा स्वागत किया। कहते हैं, जब किसी घर में कोई नया मेहमान आता है तो खुशियों को पर लग जाते हैं, लेकिन मेरे अपनों ने मुझे इतनी सर्द रात में एक सड़क पर फेंक दिया। तन पर कोई कपड़ा नहीं, सिर्फ एक चादर के टुकड़े के भरोसे मुझे छोड़ गए। बेरहम थे शायद मेरे अपने... मुझे इस दुनिया में लाने वालों, इतनी तो इंसानियत दिखाते यूं सड़क पर फेंकने से पहले मेरा कसूर तो बताते।