जबलपुर। शहपुरा जनपद अध्यक्ष के 16 वर्षीय बेटे ने फंदे से झूल कर आत्महत्या कर ली। वह 10वीं का छात्र था। परिवार के इकलौते बेटे के इस कदम से गांव वाले भी सन्न हैं। प्रारम्भिक छानबीन में पता चला है कि किशोर आईपीएल क्रिकेट सट्टा में हजारों रुपए हार गया था। सटोरिए से कर्ज भी ले चुका था। उस पर पैसे लौटाने का दबाव था। सटोरिए घरवालों को बताने की धमकी दे रहे थे। इस हाईप्रोफाइल मामले की बेलखेड़ा पुलिस जांच कर रही है। शहपुरा जनपद की पूर्व अध्यक्ष राधा पटेल लॉकडाउन के चलते बरबटी स्थित पैतृक गांव में ही रह रही हैं। बेटा अंशुल (16) भेड़ाघाट स्थित निजी स्कूल में पढ़ता था। अभी उसकी भी ऑनलाइन क्लास चल रही थी। शनिवार को वह कमरे में रस्सी का फंदा लगाकर झूल गया। मां राधा पटेल ने सबसे पहले उसे फंदे से लटका देखा तो चीख निकल गई। शोर सुनकर पिता बलराम पटेल पहुंचे और तुरंत बेटे को फंदे से उतारा। तब उसकी सांसें चल रही थी। उसे लेकर बेलखेड़ा अस्पताल और वहां से शहपुरा ले गए। डॉक्टर ने हालत नाजुक देख मेडिकल रेफर कर दिया। रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। मेडिकल में पीएम के गढ़ा पुलिस ने शव परिजनों को सौंपा। दोस्तों और मोबाइल की जांच में जुटी पुलिस- बेलखेड़ा थाना प्रभारी लक्ष्मीकांत तिवारी ने बताया कि गढ़ा पुलिस ने मर्ग कायम किया है। अभी वहां से केस डायरी नहीं आयी है। मामले में अंशुल का मोबाइल जांच में लिया गया है। उसके दोस्तों से पूछताछ करेंगे। परिवार का बयान दर्ज करने के बाद आगे की कार्रवाई होगी। अभिभावकों के लिए ये डरावनी तस्वीर है- मनोचिकित्सक डॉ. सुमित पासी ने बताया बच्चों को अभिभावकों के सानिध्य की थेरेपी नहीं मिल पा रही है। बच्चे खेल से दूर होते जा रहे हैं, जिससे उनका बहुआयामी विकास नहीं हो पा रहा है। एकल परिवार में बच्चों का जीवन भी एकाकी और टीवी-मोबाइल के बीच गुजर रहा है। अच्छे-बुरे का फर्क नहीं कर पाते और गलत राह पर चल पड़ते हैं। किसी मुसीबत में फंसने पर वे डर की वजह से अभिभावक को भी परेशानी शेयर नहीं कर पाते। इसी तनाव में आत्मघाती कदम उठा लेते हैं।