नई दिल्ली. कोरोनावायरस से निपटने के लिए कॉर्पोरेट वर्ल्ड सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहा है। दो दिन पहले रतन टाटा के एक हजार 500 करोड़ रुपये डोनेट करने के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज ने भी सोमवार को पीएम केयर फंड में 500 करोड़ रुपये देने का ऐलान कर दिया। इंडस्ट्री की तरफ से 5-5 करोड़ रुपये महाराष्ट्र और गुजरात के मुख्यमंत्री राहत कोष में भी दिए जाएेंगे। रिलायंस ने ट्वीट करके यह जानकारी दी।
देश में सबसे पहले शनिवार को रतन टाटा ने टाटा ट्रस्ट की तरफ से 500 करोड़ देने का ऐलान किया था। इसके बाद टाटा ग्रुप की तरफ से भी एक हजार करोड़ रुपए की मदद की जानकारी दी गई थी। कोरोनावायरस से निपटने के लिए पीएम केयर फंड में आनंद महिंद्रा, वेदांता रिसोर्सेज के चेयरमैन अनिल अग्रवाल सहित कई उद्योगपतियों ने दान दिया है।
रिलायंस पहले ही 5 तरीकों से मदद कर रही है
1. कोरोना के इलाज के लिए मुंबई में 100 बेड का अस्पताल दो हफ्तों में तैयार किया गया। इसका नाम कोविड-19 रखा गया।
2. इंडस्ट्री की तरफ से डॉक्टर और नर्स के लिए पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (PPE) तैयार करवाए जा रहे हैं।
3. 10 दिनों तक रोजाना पांच लाख लोगों को खाना मुहैया कराया जाएगा।
4. प्रतिदिन एक लाख मास्क तैयार किए जा रहे हैं।
5. इमरजेंसी वाहनों में फ्री ईंधन और डबल डेटा भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
ओयो ने 6 शहरों में बनाए आइसोलेशन रूम
ओयो रुम ने अपोलो हॉस्पिटल के साथ साझेदारी करके कोरोनावायरस से बचाव के लिए आइसोलेशन रुम बनाए हैं। यह आइसोलेशन सेंटर 6 शहरों मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद, चेन्नई, बेंग्लुरु और कोलकाता में बनाए गाए हैं। यहां खासतौर पर कोविड 19 से बचाव के लिए सैनिटाइज बेड बनाए गए हैं। एसबीआई, एचयूएल की मदद से अपोलो हॉस्पिटल ने कैटेगरी 1 के ओयो रूम को जरूरतमंद के लिए विकसित किया है।
देश के दूसरे कॉर्पोरेट ने अब तक क्या किया?
रतन टाटा ने 1500 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया
कोरोनावायरस से निपटने के लिए रतन टाटा ने अब तक का सबसे बड़ा डोनेशन दिया है। 82 वर्षीय टाटा ने बीते शनिवार को पहले टाटा ट्रस्ट की तरफ से 500 करोड़ रुपए खर्च करने की बात कही। फिर ढाई घंटे बाद ही एक अन्य ट्वीट के जरिए 1,000 करोड़ रुपए की अतिरिक्त मदद का ऐलान किया। 151 साल पुराने इस समूह में टाटा ग्रुप, टाटा सन्स और टाटा ट्रस्ट अलग-अलग है। टाटा ग्रुप में 100 से ज्यादा कंपनियां हैं। इसकी 17 लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन 9.20 लाख करोड़ रुपए है। टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा सन्स कहलाती है। इसी टाटा सन्स में टाटा ट्रस्ट की 66% हिस्सेदारी है। रतन टाटा ने अपने ट्वीट में कहा था कि कोरोनावायरस का संकट हमारी पीढ़ी की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। टाटा सन्स और टाटा ग्रुप की कंपनियां पहले भी देश की जरूरत के समय आगे रही हैं, लेकिन मौजूदा जरूरत उन सभी जरूरतों के मुकाबले सबसे बड़ी है।
टाटा ट्रस्ट की रकम इन पांच कामों पर खर्च होगी
1. कोरोना का इलाज करने और संक्रमण रोकने में जुटे मेडिकल स्टाफ के निजी सुरक्षा उपकरणों के लिए।
2. कोरोना पीड़ित मरीजों को रेस्पोरेटरी सिस्टम मुहैया करवाने के लिए।
3. टेस्टिंग किट के लिए धन उपलब्ध कराने के लिए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग हो सके।
4. संक्रमित मरीजों के लिए बेहतर सुविधाएं तैयार करने में।
5. हेल्थ वर्कर और आम जनता को प्रशिक्षित और जागरुक करने के लिए।
3. अनिल अग्रवाल, चेयरमैन, वेदांता रिसोर्सेज
कोरोनावायरस से लड़ने के लिए 100 करोड़ रुपए की मदद का ऐलान किया है।
2. आनंद महिंद्रा, चेयरमैन, महिंद्रा ग्रुप
महिंद्रा ग्रुप अपनी यूनिट्स में वेंटिलेटर बनाएगा, ताकि कोरोना के मामले बढ़ने पर देश में वेंटीलेटर की कमी न हो। महिंद्रा ने अपनी हॉलीडे कंपनी क्लब महिंद्रा को भी मरीजों की देखभाल के लिए खोलने का प्रपोजल दिया है। महिंद्रा अपनी 100% सैलरी कोविड-19 फंड में देंगे। यह फंड छोटी इंडस्ट्री और डेली वेजेज पर काम करने वाले लोगों की मदद के लिए बनाया गया है।
3. पंकज एम मुंजाल, चेयरमैन, हीरो साइकल्स :
कोरोनावायरस से निपटने के लिए कंपनी के इमरजेंसी फंड में से 100 करोड़ रुपए देंगे।
4. बजाज ग्रुप :
हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर करने, खाने और रहने के इंतजाम करने के लिए 100 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया है।
5. विजय शेखर शर्मा, फाउंडर-सीईओ, पेटीएम :
पेटीएम वेंटिलेटर और दूसरे जरूरी सामान बनाने वालों को 5 करोड़ रुपए की मदद करेगी।
6. सन फार्मा :
25 करोड़ रुपए की दवाएं और सैनिटाइजर दान करेगी।
7. पारले
कंपनी अगले तीन हफ्ते में बिस्किट के 3 करोड़ पैकेट बांटेगी।
दुनियाभर की प्रमुख हस्तियों ने क्या किया?
बिल गेट्स, को-फाउंडर (माइक्रोसॉफ्ट), अमेरिका
बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन कोरोना की दवा और टीका बनाने के लिए 750 करोड़ रुपए का दान देगा। इसके अलावा यह फंड हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने में भी खर्च होगा।
मार्क जकरबर्ग, फाउंडर (फेसबुक), अमेरिका
अमेरिका के बे-एरिया में हर रोज कोरोना वायरस के 1000 टेस्ट करने की व्यवस्था की है। जकरबर्ग इलाज पर रिसर्च के लिए 187.5 करोड़ रुपए देने का ऐलान भी कर चुके हैं।
जैक मा, फाउंडर (अलीबाबा), चीन
कोरोनावायरस से निपटने के लिए 100 करोड़ रुपए की मदद दी है। इस फंड का इस्तेमाल टीके बनाने में किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने रूस को 10 लाख मास्क के साथ दो लाख कोरोनावायरस टेस्टिंग किट दान की हैं। जैक मा ने 24 लैटिन अमेरिकी देशों को 20 लाख मास्क, 4 लाख टेस्ट किट, 104 वेंटिलेटर दान करने का ऐलान भी किया है।