भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सरकार द्वारा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र 62 वर्ष से घटाकर पुनः 60 वर्ष करने का फैसला किया है। इससे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के साथ धोखा है। इस निर्णय से उनके सामने संकट खड़ा होने वाला है।
इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा- कमलनाथ रोज सुबह आप आईना में अपने आप को कैसे देख पाते होंगे? भाजपा के रजनीश अग्रवाल ने पलटवार करते हुए कहा कि नाथ झूठ फैलाने बंद करें। इस उम्र में उन्हें यह शोभा नहीं देता है। प्रदेश के स्थापना दिवस पर प्रदेश को ठगने का कार्य न करें। पहले महिला का अपमान करते हैं और अब लोगों के बीच भ्रम फैला रहे हैं।
कमलनाथ का ट्वीट
कमलनाथ ने कहा कि एक तरफ सरकार एरियर्स देने की स्थिति में नहीं है, तो वो ग्रेच्युटी व पेंशन कैसे देगी? चुनाव के पूर्व इस निर्णय से सरकार की नियत का खोट उजागर हुआ है। यह निर्णय उनके साथ अन्याय व भेदभाव पूर्ण है। भाजपा सरकार इस निर्णय पर पुनर्विचार करे। कांग्रेस सरकार आने पर कर्मचारी विरोधी निर्णयों को निरस्त करेंगे।
कांग्रेस सरकार बनने पर संविदा कर्मचारियों व रोजगार सहायकों को नियमित करते हुए, इनका मानदेय एवं सुविधाएं नियमित कर्मचारियों की तरह ही करेंगे। भाजपा सरकार के कार्यकाल में नौकरी से बाहर किए गए संविदा कर्मचारियों को कांग्रेस सरकार के दौरान प्रारंभ की गई निष्कासित वापसी प्रक्रिया को जल्द पूरा करते हुए निष्कासित संविदा कर्मचारियों को पुनः नौकरी में बहाल किया जाएगा।
शिवराज का ट्वीट-
भाजपा का तंज
इस उम्र में इस तरह के झूठ अच्छे नहीं है। रजनीश ने कहा कि कमलनाथ ने 15 महीने में प्रदेश को लूटा है और सिर्फ झूठ बोला है। किसानों का कर्जा माफ नहीं किया। युवाओं को बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया। उन्होंने किया है तो सिर्फ होनहार के सपने छीनने का काम किया है। किसानों की आशाओं को छीना है। प्रदेश के स्थापना दिवस के अवसर पर वे लोगों में भ्रम फैला रहे हैं। 15 माह की प्रलोभनकारी सरकार ने लाडली लक्ष्मी योजना को बंद कर दिया। सरकार किसी भी स्थिति में कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र घटाने नहीं जा रही है।