भोपाल। भोपाल में 32 साल के एक लड़के ने ट्रेन के आगे आकर जान दे दी। मरने से पहले उसने अपनी पहचान के लिए अपना ड्राइविंग लाइसेंस ट्रैक पर छोड़ दिया था। उसी से पुलिस उसके घर तक पहुंच सकी। परिजनों का कहना है कि एक साल पहले उसका एक्सीडेंट हो गया था। इसके बाद से वह मानसिक तनाव में रहता था। उसका इलाज भी चल रहा था।
कोलार के कान्हा कुंज फेस-2 में रहने वाले 32 साल के रवि गिन्नारे प्राइवेट काम करता था। बागसेवनिया थाने के एएसआई सुरेश सिंह ने बताया कि देर रात बावड़िया फाटक पर एक शव मिला था। पास ही एक ड्राइविंग लाइसेंस रखा मिला। इसके आधार पर कोलार पुलिस से संपर्क किया गया। कोलार पुलिस ने इस संबंध में सूचना उसके घर वालों तक पहुंचाई। उसके पिता परसराम ने मृतक की पहचान अपने बेटे रवि के रूप में की।
घर से सुबह खाना खा कर निकला था
परसराम ने बताया कि रवि की शादी हो चुकी थी। करीब एक साल पहले उसका एक्सीडेंट हो गया था। उसके शरीर और सिर में काफी चोटें आई थीं। उन्होंने इसका इलाज कराया था। करीब डेढ़ लाख रुपए से अधिक रुपए खर्च भी हुए थे। वह ठीक तो हो गया था, लेकिन वह मानसिक तनाव में रहने लगा था। शुक्रवार सुबह भी वह रोज की तरह खाना खाकर निकल गया था।