भोपाल। प्रदेश में 28 सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव में 1.18 लाख से अधिक दिव्यांग और 80 से अधिक उम्र वाले मतदाता हैं, लेकिन सिर्फ 29,681 मतदाताओं ने ही वोट फ्रॉम होम सुविधा के तहत वोट डालने की सहमति दी है। यह वोट घर बैठे बैलेट पेपर के जरिए 2 नवंबर तक डलवाए जाएंगे। करीब 15 हजार से अधिक मतदाता अभी तक इसके तहत वोट डाल चुके हैं। निर्वाचन आयोग ने इनके अलावा कोरोना मरीजों को भी घर से ही वोट डालने की सुविधा प्रदान की है।
करीब 50 कोरोना मरीजों ने अब तक वोट डाला है। सभी सीटों पर 80 से अधिक उम्र वाले 66,230 मतदाता हैं। इनमें से 19,029 बुजुर्ग मतदाताओं ने घर से वोट की सहमति दी है। उपचुनाव में 52,427 दिव्यांग वोटर हैं। इनमें से 10,652 हजार ने ही वोट फ्रोम होम की सहमति दी है।
हम तो स्वस्थ, बूथ पर वोटिंग का अलग मजा
92 वर्षीय जनक सिंह चौहान
भांडेर के बरकीसराय ठाकुरपुरा निवासी 92 वर्षीय जनक सिंह चौहान के पास जब बीएलओ घर पर ही वोट डालने की सहमति लेने पहुंचे तो इन्होंने कह दिया कि हम चलने-फिरने लायक हैं। पिछले सभी चुनावों में बूथ पर जाकर वोट डाला है। अब क्यों हम घर से डालें। बूथ पर वोट डालने का अलग आनंद है। इनका जज्बा देख मतदान टीम वापस लौट आई।
पहले घंटों लाइन में लगते थे, अब सुकून
सांची विधानसभा क्षेत्र के तहत रायसेन के यशवंत नगर निवासी 83 वर्षीय चंद्रकांता शर्मा ने पहली बार घर पर ही वोट डाला है। उनका कहना था कि पहले उन्हें मतदान केंद्र पर लाइन में खड़े रहकर इंतजार करना पड़ता था। इस बार तो मतदान केंद्र पर भी नहीं जाना पड़ा। यह मेरे जीवन का अब तक का सबसे यादगार दिन बन गया है।