बदइंतजामी से नाराज योगी ने नोएडा के जिलाधिकारी से कहा- बकवास मत करिए; डीएम ने छुट्टी मांगी, मुख्य सचिव ने हटाया

Posted By: Himmat Jaithwar
3/30/2020

नोएडा. दिल्ली-एनसीआर में बसे यूपी का गौतमबुद्धनगर जनपद कोरोना जोन बन चुका हैं। यहां अब तक 33 केस की पुष्टि हो चुकी है। इस महामारी से बचाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए सोमवार दोपहर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नोएडा पहुंचे। उन्होंने यहां गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी में कमिश्नर आलोक सिंह, डीएम बीएन सिंह, सीएमओ अनुराग भार्गव व तीनों प्राधिकरण के अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की। जिले में कोरोना से बचाव की बदइंतजामी पर सीएम योगी ने अफसरों को कड़ी फटकार लगाई। सबसे अधिक फटकार डीएम बीएन सिंह और सीएमओ अनुराग भार्गव को पड़ी। सीएम इतने नाराज हुए उन्होंने डीएम से कहा- बकवास मत करिए।

सीएम की फटकार के बाद डीएम बीएन सिंह ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर तीन महीने की छुट्‌टी मांग ली। छुट्‌टी का लेटर वायरल होते ही मुख्य सचिव ने उनका तबादला राजस्व परिषद लखनऊ में करके उनकी जगह सुहास एलवाई को नोएडा का नया डीएम बनाया। मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने कहा- कोरोना नियंत्रण में नोएडा डीएम फेल रहे। उन्होंने छुट्टी की चिट्ठी वायरल की, यह अनुशासनहीनता है।

सीएम ने सीएमओ को चुप कराया
बैठक में नोएडा के अफसरों की कोरोना को लेकर लापरवाही उजागर हुई। सबसे अधिक कोरोना संक्रमित सीजफायर कंपनी में काम करने वाले हैं। कंपनी पर केस दर्ज किया गया है। लेकिन, अभी कंपनी के सभी कर्मियों की रिपोर्ट तक नहीं आई है। वहीं कंट्रोल रूम भी सही से काम नहीं करता पाया गया। सीएमओ ने पक्ष रखने की कोशिश की तो सीएम योगी ने उन्हें चुप रहने की हिदायत दी। कहा- दो महीने से क्या हो रहा था? 

डीएम ने मुख्य सचिव को भेजे लेटर में लिखी थी ये बात
बैठक के बाद ही डीएम गौतमबुद्धनगर बीएन सिंह ने मुख्य सचिव शासन को एक लेटर लिखा। जिसमें उन्होंने कहा- व्यक्तिगत कारणों से मैं जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर के पद पर नहीं रहना चाहता हूं। इसलिए जिलाधिकारी के पदीय दायित्वों से मुक्त करते हुए तीन माह का उपार्जित अवकाश स्वीकृत करने का कष्ट करें। वर्तमान में कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए किसी भी प्रकार की प्रशासनिक शिथिलता न हो, इस हेतु आवश्यक है कि, जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर के पद पर किसी अन्य अधिकारी की तैनाती करने का कष्ट करें।

प्राधिकरण पर फूटा गुस्सा तो सीईओ ने सौंपा 51 लाख चेक
बैठक में मुख्यमंत्री ने तीनों प्राधिकरण के प्रमुखों को काफी खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने फटकार लगाते हुए कहा कि जनपद में हर तरह के साधन मौजूद हैं। जो देश के कई बड़े शहरों के पास नहीं हैं। इसके बावजूद हालात बिगड़ गए। आखिर ऐसे कैसे चलेगा। उन्होंने प्राधिकरण प्रमुखों को हालात सुधारने का निर्देश दिया है।साथ ही चेतावनी भी दी कि अगर जल्द हालात में सुधार नही होता है तो कार्रवाई के लिए तैयार रहें। बैठक समाप्त होने के थोड़ी देर बाद ही नोएडा प्राधिकरण की सीईओ ने आनन-फानन में सीएम को मुख्यमंत्री राहत कोष में 51 लाख रुपए का चेक सौंप दिया।

मुख्यमंत्री ने इस दौरान जिम्स का भी दौरा किया। उन्होंने साफतौर पर स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों को वायरस संक्रमण से बढ़ रहे मरीजों की संख्या को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने का आदेश दिया है। साथ ही मुख्यमंत्री ने जनपद में दूसरे प्रदेश के लोगों की हर संभव सहायता किए जाने का निर्देश दिया है।

दिल्ली के सीएम को लिखी चिट्ठी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखी है। योगी ने केजरीवाल को आश्वस्त किया है कि, दिल्ली की जनता का उत्तर प्रदेश में पूरी तरह ख्याल रखा जाएगा। साथ ही दिल्ली में रहने वाले यूपी के लोगों के स्वास्थ्य, सुरक्षा व उनके खाने-पीने का इंतजाम करने का भरोसा दें। सीएम योगी ने आशा जताई है कि, दिल्ली में यूपी वालों की सेहत व उनकी सुरक्षा का ख्याल रखा जाएगा।



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