मुंबई के खार इलाके में एक थ्री बीएचके फ्लैट किराए पर देने का विज्ञापन विवाद में घिर गया है। फेसबुक पर पोस्ट किए गए इस विज्ञापन में लिखा है कि मुस्लिमों और पालतू जानवर पालने वालों को यह घर किराए पर नहीं दिया जाएगा। इस पर पाकिस्तान के राष्ट्रपति डॉ आरिफ अल्वी ने भी आपत्ति दर्ज कराई है। उन्होंने ट्वीट करते हुए भाजपा और आरएसएस की विचारधारा पर निशाना साधा है।
पत्रकार राणा अयूब ने कहा- यह रंगभेद नहीं है क्या?
फ्लैट का यह विज्ञापन उन्मेष पाटील ने दिया है। पत्रकार राणा अयूब ने इस विज्ञापन को ट्वीट करते हुए लिखा है कि यह पता मुंबई और बांद्रा के पॉश इलाकों में से एक का है। यह 20वीं सदी का भारत है। मुझे याद कराइए कि हम कम्युनल देश नहीं हैं? मुझे बताइए कि यह रंगभेद नहीं है?
सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोगों ने विज्ञापन देने वाले को भलाबुरा कहा, लेकिन कुछ लोगों ने यह कहते हुए बचाव किया कि यह निजी संपत्ति है और मालिक का अधिकार है कि वह फ्लैट किसे किराए पर दे। कुछ लोगों ने ऐसे भी विज्ञापन ट्वीट किए जिसमें मुस्लिमों को ही संपत्ति देने की बात लिखी गई थी।
राणा अयूब ने निजी अनुभव साझा करते हुए लिखा कि उन्हें भी बांद्रा में किराए का घर लेने में परेशानी का सामना करना पड़ा था। उनके नाम से धर्म का पता नहीं चलता, लेकिन जब मकान मालिक उनका उपनाम सुनते तो अलग-अलग बहानों से उन्हें टाल देते।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने इसे RSS की विचारधारा बताया
राणा के इस ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए पाकिस्तान के राष्ट्रपति डॉ आरिफ अल्वी ने इस विज्ञापन को भाजपा और RSS की विचारधारा से जोड़ दिया। उन्होंने लिखा कि 21वीं सदी में यह आधिकारिक रुप से स्वीकार किया गया भेदभाव है। ऐसा भाजपा और RSS जैसे कट्टर विचारधारा वाले ही इसकी इजाजत दे सकते हैं।