उज्जैन। कोरोना काल में जो महाविद्यालयीन विद्यार्थी प्रवेश नहीं ले पाए हैं उन्हें एक और अवसर दिया जा रहा है। उच्च शिक्षा विभाग के स्नातक और स्नातकोत्तर प्रवेश के लिए ई-प्रवेश प्रक्रिया का चौथा चरण 30 अक्टूबर से 10 नवंबर तक संचालित होगा। साथ ही बीएड के पाठ्यक्रम के लिए 23 अक्टूबर से 10 नवंबर तक प्रवेश प्रक्रिया पूरी करवाई जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ. माेहन यादव ने कहा कि उज्जैन में विधि महाविद्यालय के लोकार्पण के बाद एलएलबी और एलएलएम की अतिरिक्त सीटें बढ़ाई गई है। शहर के महाविद्यालयों में नए विषयों को खोला गया है, जिसका लाभ विद्यार्थियों को मिल सकेगा।
शासकीय कन्या महाविद्यालय उज्जैन में एमएससी गणित, कम्प्यूटर साइंस, माइक्रो बायोलॉजी, बायो टेक्नालॉजी, प्राणी शास्त्र एवं रसायनशास्त्र की स्वीकृति प्रदान की गई है। शासकीय कन्या महाविद्यालय में वनस्पति शास्त्र एवं योगा पाठ्यक्रम में स्नातकोत्तर खोला जा रहा है। इसी तरह शासकीय माधव विज्ञान महाविद्यालय में कम्प्यूटर विज्ञान, सांख्यिकी, भौतिक शास्त्र, कम्प्यूटर विज्ञान में स्नातकोत्तर एवं भौतिक, रसायन विषयों में ऑनर्स एवं मत्स्य विज्ञान में स्नातक पाठ्यक्रम खोलने की भी स्वीकृति प्रदान की गई है।
संस्कृत महाविद्यालय में ज्योतिष के आचार्य एवं कला संकाय प्रारंभ करने की भी योजना
मंत्री डॉ. यादव ने कहा संस्कृत महाविद्यालय में ज्योतिष के आचार्य एवं कला संकाय शुरू करने की योजना है। माधव महाविद्यालय और कन्या महाविद्यालय में चित्रकला में बीए एवं एमए की डिग्री के पाठ्यक्रम हैं।
इस विषय में प्रोफेशनल कोर्स के रूप में भारत में मान्यता प्राप्त नहीं होती है, इसके स्थान पर चित्रकला, प्रयुक्तकला, मूर्तिकला, वस्त्र निर्माण कला को शामिल करते हुए बेचलर ऑफ विजुअल आर्ट और मास्टर ऑफ विजुअल आर्ट प्रोफेशनल डिग्री विद्यार्थियों को मिल सके, इसकी मान्यता के लिए प्रस्ताव है। इसी तरह एक नवीन ललित कला संकाय संस्कृत महाविद्यालय में खोलने की योजना है। फायदा इसी वर्ष मिले, यह प्रयास किया जा रहा है।