इंदौर। इंदौर के हाईप्रोफाइल भय्यू महाराज की मौत के मामले में उनकी बेटी कुहू ने शुक्रवार को जिला व सत्र न्यायालय में बयान दर्ज कराए। कुहू ने कहा कि मेरे पिताजी ने आत्महत्या क्यों की, इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है। जहां तक विनायक की बात है तो वह मेरे भाई जैसा है। उसने बचपन से मेरी देखभाल की है। शरद को लेकर कहा कि वह भी पिता के सबसे अच्छे लोगों में से थे। पिता की शादी को लेकर कहा कि वह इस शादी से सहमत नहीं थी।
अधिवक्ता धर्मेंद्र गुर्जर के मुताबिक कुहू ने कहा कि आयुषी और पिता जी की शादी से वह सहमत नहीं थी। पिता जी को उसने हर बार आयुषी से शादी करने से मना किया था। घटनाक्रम के दौरान वह औरंगाबाद में रास्ते में थी। उस समय वह अपनी सहेली के घर जा रही थी। उसके सामने कमरे को जरूर सील किया गया था। मोबाइल सीज किया गया था। गुर्जर का कहना है कि अब तक काेर्ट में ना मोबाइल और ना ही सीसीटीवी फुटेज पेश किए गए हैं। गुर्जर ने कहा कि पता नहीं कौन सच को छिपाना चाहता है।
कोरोना के छह महीने नहीं हुई सुनवाई
पुलिस ने भय्यू महाराज की मौत के बाद चालान पेश किया था। चालान के बाद कोरोना के चलते छह महीने सुनवाई नहीं हो पाई थी। केवल भय्यू महाराज की बहन मधुमिता के ही बयान हो पाए थे। पिछली सुनवाई पर भी कुहू बयान देने नहीं आ पाई थी। उसने मीडिया से कहा कि उसे कोर्ट के कागजात नहीं मिले थे। जैसे ही मिले वह बयान देने पहुंची है। कुहू का प्रतिपरीक्षण सीनियर एडवोकेट अविनाश सिरपुरकर ने किया।
होटल में रुकी हूं, खर्च दिलाया जाए
कुहू ने कोर्ट में एक अर्जी दायर की है। इसमें उल्लेख किया है कि वह इंदौर से बाहर रहती है। बयान के लिए शहर आई है। एक होटल में रुकी है। होटल, आने-जाने और अन्य खर्च के लिए रुपए दिलवाए जाएं।बता दें कि 12 जून 2018 को भय्यू महाराज ने अपने घर पर खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी। महाराज के भक्तों द्वारा मामले में षडयंत्र की शिकायत के बाद पुलिस ने गंभीरता दिखाते हुए जांच की तो कई राज उजागर हुए।