पेटलावद। घटना नवरात्रि पर्व के पहले दिन की ही है। इधर देवी की स्थापना हुई और दूसरी ओर इन 5 युवकों ने देवी आराधना के इस पर्व में एक महिला के साथ गैंग रेप किया। धोखे से एक घर में ले जाकर। दूसरे दिन फिर वही पाप किया।
पेटलावद में 35 साल की विवाहिता से 5 आरोपियों ने दुष्कर्म किया। काम देने के बहाने एक युवक ने 17 तारीख की शाम पोस्ट ऑफिस के ऊपर अपने किराए के घर पर बुलाया। यहां पहले से 4 अन्य आरोपी थे। सबने दुष्कर्म किया और जान से मारने की धमकी देकर घर भेज दिया।
अगले दिन फिर मुख्य आरोपी उसे डराकर कानवन रोड की ओर नाले में ले गया। यहां भी इन्हीं पांचों ने दुबारा दुष्कर्म किया। 3 दिन तक डर की वजह से महिला ने किसी को नहीं बताया। आखिरकार बुधवार शाम उसने पेटलावद थाने पर पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई।
एसपी आशुतोष गुप्ता ने बताया, पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से एक नाबालिग है। महिला अपनी बेटी के साथ पेटलावद में किराए के मकान में रहती है। पति ने 4 साल पहले छोड़ दिया और वो तीन बच्चों के साथ रायपुरिया में रहता है। महिला मजदूरी करती है। रिपोर्ट के अनुसार मुख्य आरोपी दशरथ काम दिलाने का कहकर बाइक से पोस्ट ऑफिस के ऊपर अपने किराए के घर पर ले गया था। यहां हीरालाल, रितेश, कोमल एवं 1 नाबालिग भी थे।
मुख्य आरोपी की चाय की गुमटी है। बाकी चार आरोपी मजदूरी और हम्माली करते हैं। पुलिस ने प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया। थाना प्रभारी संजय रावत ने बताया, आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। 4 आरोपियों को जेल भेज दिया गया है और एक नाबालिग को संप्रेक्षण गृह को सौंपा गया।
ये हैं आरोपी
दशरथ पिता रतनलाल (27) निवासी सुभाष मार्ग पेटलावद, हीरालाल पिता अमरसिंह (24) निवासी टीपाइवी थाना सरदारपुर जिला धार, रितेश पिता प्रदीप (18) निवासी तलावपाड़ा पेटलावद, कोमल पिता हीरालाल (21) निवासी तलावपाड़ा और एक नाबालिग।
महिला अपराध कम हुए, लंबे समय बाद बड़ी घटना
जिले में पिछले कुछ साल में महिला अपराध कम हुए हैं। 2019 में दुष्कर्म के प्रकरण 52.38 प्रतिशत और छेड़छाड़ के मामले 64.86 प्रतिशत तक कम दर्ज हुए थे। लेकिन लंबे समय बाद इस तरह की बड़ी घटना हुई है। इसी वजह से एसपी से लेकर सारे अफसर रातभर पेटलावद में रहे। रात को ही सभी आरोपियों को पकड़ा गया।
ज्यादातर मामलों में बरी हो जाते हैं आरोपी
उपलब्ध आंकड़ें दो साल पहले तक हैं। साल 2018 में महिला अपराधों के मामलों में 27 फैसले आए, इन सभी में आरोपी बरी हुए। 27 केस में से 24 में पीड़िताओं ने कोर्ट में बयान बदल लिए और अपने साथ घटना होने से ही इंकार कर दिया। पॉक्सो एक्ट के 58 फैसलों में से सिर्फ 1 में सजा हुई।
महिला अपराध की स्थिति
अपराध 2017 2018 2019 2018 से 2019 में अंतर बलात्कार 113 84 40 52.38% कमी छेड़छाड़ 141 111 39 64.86% कमी