सागर: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के इमरती देवी को आइटम बताने वाले बयान पर सियासी घमासान अब तक थमा नहीं है. कांग्रेस राहुल गांधी और चुनाव आयोग के नोटिस के बाद भी कमलनाथ झुकने को राजी नहीं है. वो ये नहीं मानते कि उन्होंने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया है. लेकिन बीजेपी लगातार माफी की मांग कर रही है. इस हल्लाबोल के बीच कमलनाथ तो झुके नहीं, लेकिन एक कांग्रेसी नेता की जुबान जरुर फिसल गई.
‘कमलनाथ ने इमरती देवी से मांगी माफी’
दरअसल सुरखी विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी पारुल साहू जनसभा को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान वो अंजाने में ये कह दिया कि आयटम कहने पर कमलनाथ ने इमरती देवी से माफ़ी मांग ली है.
पारुल को नहीं पता था कि कमलनाथ ने माफी नही मांगी है.
चुनाव आयोग ने कमलनाथ को जारी किया था नोटिस
आपको बता दें कि भाजपा उम्मीदवार इमरती देवी को आइटम बोलकर कमलनाथ पूरी तरह फंस चुके हैं. निर्वाचन आयोग(Election Commission) ने बुधवार को कमलनाथ के नाम एक नोटिस जारी किया है. जिसमें आयोग ने कमलनाथ से 48 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है.
बता दें कि आयोग ने साफ कहा है,अगर कमलनाथ 48 घंटे के अंदर अपना स्पष्टीकरण नहीं देते, तो उनके खिलाफ सख्त कदम उठाया जाएगा.साथ ही उनकी टिप्पणी को राज्य में लागू आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन भी बताया है.
कमलनाथ ने चुनावी सभा में लांघी थी मर्यादा
मध्य प्रदेश में उपचुनाव हो रहे हैं और कमलनाथ डबरा में कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे के समर्थन में प्रचार करने पहुंचे थे. इस दौरान वह अपनी मर्यादा भूल गए और बीजेपी उम्मीदवार इमरती देवी (Imarti Devi) को आइटम कह दिया. कमलनाथ ने कहा, कांग्रेस के प्रत्याशी 'सामान्य व्यक्ति' हैं जबकि उनकी प्रतिद्वंद्वी 'आइटम' हैं. वहीं कांग्रेस नेता अजय सिंह ने भी इमरती देवी को जलेबी बोल दिया.
कमलनाथ के इस बयान को लेकर प्रदेशभर में उनका विरोध किया जा रहा है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा नेताओं ने कमलनाथ के खिलाफ प्रदर्शन किया.राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी कमलनाथ से स्पष्टीकरण मांगा है. इतना ही नहीं कांग्रेस नेता ने भी कमलनाथ की इस टिप्पणी की निंदा की.