भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कोरोना वायरस की चुनौती के बीच लगातार तैयारियों का मौके पर जाकर जायजा ले रहे हैं. एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज भोपाल के बिट्न मार्केट में पहुंचे थे और वहां सब्जी और फल की दुकान लगाने वालों से बात की थी. इसके बाद सड़कों पर तैनात पुलिसकर्मियों और नगर निगम के डंपर चालक से बात करते हुए मुश्किल घड़ी में काम करने के लिए उन्हें हाथ जोड़कर धन्यवाद कहा था.
कोरोना की चुनौती के बीच सड़कों पर निकले शिवराज
सोमवार को एक बार फिर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल शहर का जायजा लेने सड़कों पर उतरे. इस दौरान वह जेके रड स्थित महिला आईटीआई के हॉस्टल पहुंचे और छात्राओं से बातचीत कर उनकी समस्याओं को जाना. मुख्यमंत्री ने छात्राओं से खुद भी लॉकडाउन का पालन करने और अपने परिवारवालों से भी पालन कराने के लिए कहा. मुख्यमंत्री शिवराज ने छात्राओं से कहा कि बस कुछ दिनों की बात है, हम सब मिलकर कोरोना वायरस को परास्त करेंगे.
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छात्राओं से बोले CM शिवराज, 'मामा है तो डर काहें का'
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब पूरा प्रदेश लॉकडाउन के कारण परेशान है तो मैं कैसे घर में बैठा रह सकता हूं. इसलिए हॉस्टल में बेटियों के हाल जानने आया हूं. मुख्यमंत्री को छात्राओं ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से सभी मिलकर खाना बना रही हैं और साफ सफाई का ध्यान रख रही हैं. उन्होंने छात्राओं से कहा कि वे परेशान न हों और अपने घरवालों से भी निश्चिंत रहने के लिए कहें. मुख्यमंत्री शिवराज ने छात्राओं से कहा, 'फिक्र किस बात की. मामा है. घरवालों से कहो चिंता न करें. आपका मामा है तो फिर कैसी चिंता.'
भोपाल के स्मार्ट सिटी कंट्रोलरूम पहुंचे सीएम शिवराज
मुख्यमंत्री ने छात्राओं और वॉर्डन से पूछा कि राशन की कोई दिक्कत तो नहीं है? इस पर छात्राओं ने कहा कि फिलहाल राशन की कोई दिक्कत नहीं है. छात्राओं से मिलने के बाद मुख्यमंत्री स्मार्ट सिटी कंट्रोलरूम पहुंचे और कर्मचारियों की हौंसला बढ़ाया. मुख्यमंत्री ने स्मार्ट सिटी कंट्रोलरूम के कर्मचारियों से कहा कि आप लोग 24 घंटे काम कर रहे हैं इसलिए आपसे मिलने आया हूं. कुछ दिन की और बात है, ऐसे ही लगे रहिए. मैं भी आपके साथ काम करता रहूंगा. मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों से कहा कि कोई परेशानी हो तो मुझे बताएं.