उज्जैन। जहरीली शराब कांड में गिरफ्तार आरोपियों के साथ अन्य पुलिसकर्मियों का मेलजोल सामने आया है। कॉल डिटेल समेत अन्य सबूत मिलते ही खाराकुआं थाने के एएसआई समेत तीन पुलिसकर्मियों को सोमवार शाम निलंबित कर दिया। आरोपियों के साथ संलिप्त महाकाल थाना के आरक्षक सुदेश खोड़े के खिलाफ भी खाराकुआं पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस कार्रवाई का पता चलते ही आरक्षक फरार हो गया। आईजी राकेश गुप्ता ने कहा अन्य पुलिसकर्मियों की काल डिटेल की जांच कराई जा रही है। नगर निगम के बर्खास्त कर्मचारी सिंकदर, गब्बर व युनूस समेत खाराकुआं थाने के आरक्षक नवाज शरीफ और अनवर शेख के साथ अन्य पुलिसकर्मी भी कृत्य में लिप्त पाए गए।
प्रभारी एसपी अमरेंद्रसिंह चौहान ने बताया कि खाराकुआं थाने में पदस्थ एएसआई रामस्वरूप गोमे, प्रधान आरक्षक गोपाल व आरक्षक पंकज की आरोपियों से संलिप्तता उजागकर होने के बाद सोमवार को तीनों को निलंबित कर दिया है। महाकाल थाने के आरक्षक सुदेश खोड़े की भी शराबकाड़ में भागीदारी का खुलासा हो गया है। सोमवार सुबह खाेड़े पर केस दर्ज कर लिया। खोड़े फरार हो गया है। कुछ नई गिरफ्तारी भी हुई है।
इनमें केमिकल उपलब्ध कराने वाला फैक्टरी का मैनेजर संजय शर्मा, आरक्षक अनवर का भाई फारूख व संदीप समेत अन्य शामिल है। फैक्टरी मैनेजर शर्मा ने पुलिस को बताया आरोपी सैनिटाइजर बनाने का कहकर केमिकल ले गए थे। पुलिस ने मैनेजर पर केस दर्ज कर गिरफ्तार किया। 12 लोगों पर रासुका की कार्रवाई की गई। इधर खाराकुआं थाना प्रभारी जितेंद्र भास्कर ने बताया आरक्षक नवाज, अनवर समेत 9 आरोपियों को कोर्ट ने जेल भेज दिया। युनूस, गब्बर व मैनेजर का 2 दिन का रिमांड मिला है।
कॉल डिटेल की भी होगी पड़ताल
शहर के सभी थानों के अलावा साइबर सेल और अन्य टीमों की जानकारी आईजी राकेश गुप्ता निकलवा रहे है। काल डिटेल से पता चल जाएगा कि कौन पुलिसकर्मी कहा पर व्यस्त है। पुलिसकर्मियों को लेकर जानकारी भी आई है जिनकी सत्यता पता की जा रही है।
नानाखेड़ा पुलिस को लेकर पता चला है कि वह बस वालों से वसूली करती है। मंडी पुलिस पर आरोप है कि थाने के पुलिसकर्मी ही ढाबों पर शराब बिकवाने में मदद कर रहे। जीवाजीगंज पुलिस जुए, सट्टे को नजरअंदाज किए हुए है। नीलगंगा में भी ढाबों पर शराब बिक रही। सट्टा भी संचालित कराया जा रहा। माधवनगर में दमदमा व मक्सी रोड ब्रिज के आसपास सट्टा चल रहा।
ऑटो से स्प्रिट ठिकाने लगाने ले जा रहा मेडिकल संचालक गिरफ्तार
जहरीली शराब से मजूदरों की मौत के बाद मेडिकल स्टोरों की जांच की जा रही है। अब पुलिस ने साकेतनगर निवासी मेडिकल संचालक हरिकृष्ण आसवानी को गिरफ्तार किया। आसवानी ऑटो से स्प्रिट को ठिकाने लगाने ले जा रहा था। सूचना मिलने पर जीवाजीगंज पुलिस ने भैरवनाला के समीप से उसे गिरफ्तार कर लिया। आसवानी का मेडिकल स्टोर हाल ही में सील किया गया था। उसी के बाद संभवत: वह स्प्रिट को ठिकाने लगाने ले जा रहा था।
जीवाजीगंज सीएसपी एआर नैगी ने बताया 15 लीटर स्प्रिट व 400 व 100 एमएल की हाइड्रोजन परऑक्साइड टॉपिकल साल्युशन की बोतलें भी जब्त की गईं। इधर सबसे बड़ा सवाल यह है कि ड्रग विभाग ने अब तक ऐसे मेडिकल स्टोर्स की जांच क्यों नहीं की। सीएमएचओ भी इस ओर कोई ध्यान नहीं देते।
पूर्व मंत्री की सिफारिश पर सिकंदर को मिला था नया विभाग
झिंझर कांड के आरोपी सिकंदर को देवासगेट बस स्टैंड पार्किंग पर नकली रसीदों के माध्यम से वसूली करते पकड़ा था। तत्कालीन पार्षद डॉ. योगेश्वरी राठौर ने फर्जी रसीद कांड को उजागर किया था। इस पर 8 मार्च 2016 को सिकंदर को निगम कंट्रोल रूम में स्थानांतरित कर दिया गया था। कंट्रोल रूम निगम की लूप लाइन मानी जाती है, जहां केवल शिकायतें दर्ज करने और संबंधित अधिकारी को रिपोर्ट करना होती है।
वहां अवैध कमाई का कोई जरिया नहीं होता। उस समय भी सहायक आयुक्त अन्यकर सुबोध जैन थे। इसी बीच शहर के नामचीन माने जाने वाले बड़े नेताओं ने पूर्व मंत्री को सिकंदर की सिफारिश की थी। तब 24 अगस्त 2019 को उपायुक्त स्थापना सुनील शाह ने सिकंदर को कंट्रोल रूम से राजस्व अन्यकर की अतिक्रमण गैंग में पदस्थ किया था। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार ये नेता छत्रीचौक से अपनी राजनीति चलाते हैं। प्रशासन को नेताओं के साथ इन सिकंदरों के गठजोड़ की लिंक मिल गई है। जल्दी ही इन नेताओं के चेहरों से भी नकाब उतर सकता है।
सीएसपी कश्यप के लिए मुसीबत बना आरक्षकों पर भरोसा करना
कोरोना से लड़ने के बाद शराबकांड में जुटे एसपी मनोज सिंह जाने से पहले इस केस को लगभग पूरा सुलझा गए। बड़े आरोपियों पर एफआईआर के साथ गिरफ्तारी, रासुका और मकान तोड़ने तक की कार्रवाई कर गए। उनके साथ एएसपी रूपेश कुमार द्विवेदी डटे रहे। वहीं कई बड़े केस सुलझा चुके सीएसपी डॉ. रजनीश कश्यप को खाराकुआं व महाकाल थाने के पुलिसकर्मियों के कृत्य की सजा मिली।
डॉ. कश्यप ठेकेदार शुभम खंडेलवाल, फोटोग्राफर नीलेश शेल्के समेत कई गंभीर अपराधों की जांच खुद कर रहे थे। उन्हीं की वजह से उपयंत्री व भाजपा मंडल अध्यक्ष समेत अन्य आरोपियों पर इनाम घोषित हुआ। शराबकांड में भी डॉ. कश्यप ही धरपकड़ में जुटे थे।
डॉ. कश्यप ने सिर्फ इतना ही कहा कि मैं रत्तीभर भी गलत नहीं हूं, मेरी जांच करा ली जाए। इधर, शहर के नए एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला मंगलवार शाम आएंगे। उनके आने से पहले ही एसपी मनोज कुमार सिंह सोमवार को रिलीव हो गए। उन्होंने एडिशनल एसपी अमरेंद्रसिंह को चार्ज सौंप दिया।
आरोपी की मौत की पुष्टि, पुलिस ने चक्रतीर्थ की रसीद जब्त की
शराब कांड में फरार संजय उर्फ संजू की मौत की पुष्टि के लिए पुलिस ने चक्रतीर्थ से अंतिम संस्कार की रसीद जब्त की। पुलिस ने बताया संजू को असल नाम संजय उपाध्याय है। वह खुद नशे का आदी थी और शराबकांड के बाद उसकी तलाश की जा रही थी।