भोपाल। कमलनाथ द्वारा आइटम शब्द कहने पर मचा सियासी बवाल सोमवार को बढ़ गया। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर कमलनाथ की शिकायत की, वहीं भाजपा ने भी पूरे प्रदेश में दो घंटे का मौन सत्याग्रह किया। इसके बाद शिवराज ने बदनावर, आगर और सांवेर की चुनावी सभाओं में इस मुद्दे को उठाया।
आगर के तनोड़िया में उन्होंने कहा कि शायद कांग्रेस ये भूल गई कि जब मां सीता का अपमान हुआ तो रावण खत्म हो गया और जब द्रौपदी का अपमान हुआ तो कौरवों का नाम लेने वाला कोई नहीं बचा। कांग्रेस और कमलनाथ का भी यही हश्र होगा। नाथ ने मातृ शक्ति के लिए अभद्र व अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर मप्र की धरती को अपमानित किया है।
मजदूर बहन मंत्री बनी तो नाथ को सहन नहीं हुआ
बदनावर के कानवन में शिवराज ने कहा- 74 साल की उम्र में कमलनाथ मंच से बहन इमरती देवी को ऐसे शब्द बोल कर अपमानित करते हैं जो मैं मंच से बोल भी नहीं सकता। ऐसे व्यक्ति को नेता प्रतिपक्ष रहने का भी अधिकार नहीं है। मजदूरी करने वाली बहन आज मंत्री बन गई है तो यह कमलनाथ को सहन नहीं हो रहा है। अगर उनकी ऐसी हरकतें रही तो कोई नाम लेने एवं पानी देने वाला भी नहीं मिलेगा।
केंद्रीय महिला आयोग ने कमलनाथ को भेजा नोटिस
मंत्री व डबरा से भाजपा उम्मीदवार इमरती देवी पर की गई टिप्पणी के मामले में केंद्रीय महिला आयोग तेजी दिखाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता कमलनाथ को नोटिस जारी करके स्पष्टीकरण मांग लिया है। वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर कहा कि दलित महिला पर की गई अभद्र टिप्पणी शर्मनाक है।
यदि कोई सोचता है मैंने असम्मानित बात कही तो मुझे खेद है : कमलनाथ
पूर्व सीएम कमलनाथ ने सोमवार शाम भोपाल में मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि डबरा में मैंने किसी को असम्मानित करने वाली कोई बात नहीं कही। मैं सभी महिलाओं का सम्मान करता हूं। यदि कोई सोचता है कि मैंने असम्मानित बात कही तो मुझे इस बात का खेद है। पर, ये कह देना कि ये महिलाओं का अपमान हो गया, सही नहीं है।
इससे पहले मांधाता व नेपानगर की सभाओं में नाथ ने कहा कि मुझे तो नाम तक याद नहीं था। उन्होंने एक कागज पर पार्टी नेताओं के नाम वाली लिस्ट दिखाते हुए कहा- ‘जैसे आज मंच पर आइटम नंबर-1 थे राजनारायण सिंह, 2 अजय सिंह थे। आइटम नंबर 1, 2, 3.. ये क्या किसी का अपमान है। यहां अब तो उत्तमपालसिंह (कांग्रेस प्रत्याशी) हैं। दूसरा कौन सा था, मैं नाम भी नहीं जानता। कुछ और कह दूंगा तो कहेंगे अपमान कर दिया। शिवराज बहाना ढूंढ रहे हैं। मैं अपमान नहीं करता, सच्चाई के साथ आपकी पोल खोलता हूं।’