भोपाल: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) ने 'आइटम' वाले बयान पर सफाई दी है और कहा है कि हां, मैंने आइटम कहा है, क्योंकि यह असम्मानजनक शब्द नहीं है. उन्होंने कहा कि लोकसभा और विधानसभा में कार्यसूची को आइटम नंबर लिखा जाता है.
कमलनाथ ने धोखा देने का लगाया आरोप
विवाद के बाद कमलनाथ ने कहा, "शिवराज जी आप कह रहे हैं कमलनाथ ने आइटम कहा. हां मैंने आइटम कहा है, क्योंकि यह कोई असम्मानजनक शब्द नहीं है. मैं भी आइटम हूं आप भी आइटम है और इस अर्थ में हम सभी आइटम है. लोकसभा और विधानसभा में कार्यसूची को आइटम नंबर लिखा जाता है, क्या यह असम्मानजनक है? सामने आइए और मुकाबला कीजिए. सहानुभूति और दया बटोरने की कोशिश वही लोग करते हैं, जिन्होंने जनता को धोखा दिया हो."
किस बात पर शुरू हुआ विवाद
मध्य प्रदेश में उपचुनाव हो रहे हैं और कमलनाथ डबरा में कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे के समर्थन में प्रचार करने पहुंचे थे. इस दौरान वह अपनी मर्यादा भूल गए और बीजेपी उम्मीदवार इमरती देवी (Imarti Devi) को आइटम कह दिया, वहीं कांग्रेस नेता अजय सिंह ने जलेबी बोल दिया.
बीजेपी ने दर्ज कराई चुनाव आयोग से शिकायत
इमरती देवी (Imarti Devi) को लेकर की गई कमलनाथ की टिप्पणी पर बीजेपी ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है. बीजेपी की मांग है कि कमलनाथ के उपचुनाव प्रचार पर प्रतिबंध लगाया जाए. बीजेपी ने कहा कि महिला आयोग और अनुसूचित जाति आयोग में भी कमलनाथ की शिकायत की जाएगी. वहीं इमरती देवी ने सोनिया गांधी ने कमलनाथ को पार्टी से निकालने की मांग की है.
बीजेपी (BJP) की प्रदेश महामंत्री कविता पाटीदार ने कहा है कि कमलनाथ ने नारी जाति के साथ अनुसूचित जाति का भी अपमान किया है. इधर कांग्रेस पूर्व सीएम कमलनाथ को बचाने में जुट गई है और सीधे नकार रही है कि कमलनाथ ने ऐसी भाषा का इस्तेमाल किया ही नहीं. वो ऐसी भाषा बोल ही नहीं सकते.
शिवराज सिंह ने बताया मध्य प्रदेश की बेटियों का अपमान
कमलनाथ के बयान पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने भी निशाना साधा है और भोपाल में 2 घंटे के मौन धरने पर बैठे हैं. उन्होंने कहा, "यह केवल इमरती देवी की ही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश की बेटियों/ बहनों का भी अपमान है. कमलनाथ एक बेटी के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसने इतने लंबे समय तक कांग्रेस की सेवा की. यह वही देश है, जहां द्रौपदी का अनादर करने पर महाभारत हुआ था. लोग इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्हें शर्म आनी चाहिए."