प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर हो रहे सरकार बचाने और सरकार बनाने वाले उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही प्रमुख पार्टियां अलग-अलग रणनीति बनाकर काम कर रही हैं। भाजपा को विश्वास है कि शहरी मतदाता का झुकाव उसकी ओर रहता है, इसलिए पार्टी की निगाहें ग्रामीण मतदाताओं पर हैं। इसी हिसाब से बड़े नेताओं की सभाएं तय की जा रही हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह ताेमर ने अब तक ज्यादातर सभाएं या बैठकें विधानसभा क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले ग्रामीण अंचल में ली हैं। इसके विपरीत कांग्रेस की नजर शहरी और नगरीय वोटर पर है। पार्टी का मानना है कि ग्रामीण अंचल से उसे अच्छा खासा वोट मिलता है लेकिन शहर में वह पीछे रह जाती है। यही कारण है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की ज्यादातर सभाएं विधानसभा मुख्यालयों पर आयोजित की जा रही हैं। रविवार को भी वे गोहद और डबरा में सभाएं लेंगे। यह दोनों ही सभाएं नगरीय इलाकों में आयोजित की जा रही हैं।
जहां पहले सभाएं हो चुकी, उन्हीं क्षेत्रों में फिर से जा रहे ये नेता
भांडेर विस क्षेत्र| इस विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने उनाव और सालोन बी में जनसभा ली हें। ये दोनों ही क्षेत्र ग्राम पंचायत मुख्यालय हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 5 अक्टूबर को भांडेर नगर में आमसभा को संबोधित किया।
पोहरी विस क्षेत्र |पोहरी विधानसभा क्षेत्र के सतनवाड़ा में 12 अक्टूबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सभा हो चुकी है। अब रविवार को झिरी में सभा करने आ रहे हैं। ये दोनों ग्रामीण इलाकों में आते हैं। वहीं कमलनाथ 21 अक्टूबर को बैराड़ नगर में सभा लेंगे।
सुमावली विस क्षेत्र | इस विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तीन जनसभाएं ले चुके हैं। इनमें छैरा, बागचीनी और सुमावली शामिल हैं। इनमें दो सभाएं ग्राम पंचायत में हुईं और एक विस मुख्यालय पर हुई। हालांकि सुमावली भी पंचायत ही है। वहीं पूर्व सीएम कमलनाथ की 15 अक्टूबर को एक सभा विस मुख्यालय सुमावली में हुई है।
दिमनी विस क्षेत्र | मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिमनी विधानसभा के जींगनी गांव में जनसभा को संबोधित किया था जबकि 16 अक्टूबर को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दिमनी विधानसभा मुख्यालय पर ही जनसभा को संबोधित किया।
करैरा विस क्षेत्र | मुख्यमंत्री शिवराज सिंह इस विधानसभा क्षेत्र के करही गांव में 12 अक्टूबर को सभा ले चुके हैं। अब रविवार को अमोलपठा गांव में पहुंच रहे हैं। यह दोनों क्षेत्र ग्रामीण इलाके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ 21 अक्टूबर को विस मुख्यालय करैरा नगर में पहुंच रहे हैं।