भोपाल। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा रविवार को डबरा की चुनावी सभा में शिवराज सरकार में मंत्री इमरती देवी को आइटम कहकर संबोधित करने पर सियासत गरमा गई है। सोमवार सुबह से भाजपा ने देशभर में विरोध-प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल में सुबह 9:30 बजे से मिंटो हॉल (पुरानी विधानसभा) में गांधी की प्रतिमा के सामने मौन धरने पर बैठे। इसके साथ राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया इंदौर में और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ग्वालियर में मौन उपवास पर बैठे। इधर, यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी कमलनाथ के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है।
मायावती का ट्वीट-
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने ट्वीट करके बताया कि कमलनाथ को नोटिस भेजा गया है। इसके साथ चुनाव आयोग को भी पत्र लिखा।
कांग्रेस ने कहा- किसी महिला को निशाना नहीं बनाया
इधर, कांग्रेस भी कमलनाथ के बचाव में आ गई है। ग्वालियर संभाग के पार्टी प्रवक्ता नेता केके मिश्रा का कहना है कि कमलनाथ ने किसी महिला को निशाना नहीं बनाया है। भाजपा नेता 11 बार महिलाओं के खिलाफ दी गई टिप्पणी को भी शामिल कर प्रदर्शन करें।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और मंत्री तुलसीराम सिलावट ने इंदौर में मौन व्रत रखा।
शिवराज ने पूछा- किसी गरीब की बेटी का अपमान करने का अधिकार किसने दिया?
इससे पहले सीएम शिवराज ने कहा कि मेरा अपमान मैं सह लूंगा, लेकिन आज कमलनाथ आपने अन्याय की अति की है, पराकाष्ठा की है। ग्वालियर चंबल की माटी की एक बहन, एक बेटी का अपमान किया है। इमरती देवी गरीब के घर पैदा हुईं। इमरती मजदूरी करके विधायक बनी और फिर मंत्री बनी। इमरती देवी एससी जाति में पैदा हुईं, लेकिन किसी गरीब की बेटी का अपमान करने का अधिकार तुम्हें है क्या? शर्म आनी चाहिए। कमलनाथ किसका अपमान कर रहे हो। समझते क्या हो अपने आपको। क्या मां, बहन, बेटियों के सम्मान के साथ ऐसा खिलवाड़ होने देंगे।
इमरती ने कहा उनको मध्यप्रदेश में रहने का हक नहीं
रविवार रात भोपाल में बोर्ड ऑफिस पर भाजपा ने कमलनाथ का पुतला जलाया। मंत्री इमरती देवी ने हाथ जोड़कर सोनिया गांधी से कमलनाथ को पार्टी से निकाले जाने की मांग की। इमरती ने कहा कि यह लोग मध्य प्रदेश को जानते नहीं हैं। कहां के हैं, पता नहीं है। इन्हें मध्य प्रदेश में रहने का हक नहीं है। यह न तो मध्य प्रदेश को जानते हैं और न ही महिला का सम्मान करना जानते हैं। एक मां, बहन बेटी से इस तरह की बात कहना बहुत अपमानजनक है। मैं सोनिया गांधी से मांग करती हूं कि वे भी एक मां हैं। ऐसे नेता को पार्टी से तत्काल हटा देना चाहिए।
भोपाल में भाजपा नेताओं ने मौन व्रत रखा। यहां चुनाव प्रबंधन समिति संयोजक भूपेंद्र सिंह, मंत्री नरोत्तम मिश्रा, विश्वास सारंग, विधायक कृष्णा गौर शामिल रहीं।
यह है पूरा मामला
रविवार को ग्वालियर जिले की डबरा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे के समर्थन में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सभा करने पहुंचे थे। उन्होंने यहां भाजपा प्रत्याशी और मंत्री इमरती देवी का नाम लेना तक उचित नहीं समझा। उन्होंने कहा कि हमारे राजे (कांग्रेस प्रत्याशी) तो सीधे-साधे और सरल हैं। ये उसके जैसे नहीं हैं। मैं क्यों उसका नाम लूं। इतने में लोग बोले- इमरती देवी। इस पर हंसते हुए कमलनाथ बोले- आप लोग मेरे से ज्यादा उसको पहचानते हैं। आप लोगों को तो मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था। वह क्या आइटम है। पूर्व मुख्यमंत्री के भाषण का यह वीडियो अब वायरल हो गया है।