बलिया। उत्तर प्रदेश के बलिया में हत्या के मामले में मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह को एसटीएफ ने लखनऊ में जनेश्वर मिश्र पार्क के पास से गिरफ्तार कर लिया। उसके साथ दो अन्य आरोपी भी पकड़े गए। कोर्ट में सरेंडर करने की सूचना के बाद सर्विलांस के जरिए धीरेंद्र के लखनऊ में होने की सूचना मिली थी। धीरेंद्र, बलिया विधायक सुरेंद्र सिंह का करीबी है।
धीरेंद्र उर्फ डब्लू की तलाश में 12 टीमें लगी थीं। मऊ और आजमगढ़ की पुलिस को भी उसकी गिरफ्तारी में लगाया गया था। इस बीच चर्चा थी कि धीरेंद्र सोमवार को कोर्ट में सरेंडर कर सकता है। उसने शनिवार को कोर्ट में सरेंडर की अर्जी भी लगाई थी। पुलिस ने उस पर 50 हजार का इनाम घोषित किया था। अब तक धीरेंद्र के दो भाई देवेंद्र और नरेंद्र के साथ 10 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
बलिया में कैंप कर रहे डीआईजी
योगी सरकार ने डीआईजी आजमगढ़ सुभाष चंद्र दुबे को बलिया में ही कैंप करने का निर्देश दिए थे। कहा गया है था कि जब तक मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह की गिरफ्तारी नहीं होती है तब तक वे वहीं रहेंगे। आजमगढ़ मंडल के कमिश्नर विश्वास पंत भी बलिया में मौजूद हैं।
करणी सेना कर सकती है प्रदर्शन
बलिया में गोलीकांड का मामला अब जातिगत होता जा रहा है। भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने जहां इसे क्षत्रिय बनाम यादव का मुद्दा बना दिया है। धीरेंद्र और उसके परिवार के समर्थन में पूर्व सैनिकों का संगठन भी आ गया है। करणी सेना भी आज प्रदर्शन कर सकती है।
यह है पूरा मामला
दुर्जनपुर में 15 अक्टूबर को पंचायत भवन पर कोटे की दुकान को लेकर बैठक चल रही थी। एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ चंद्रकेश सिंह, बीडीओ गजेंद्र प्रताप सिंह और रेवती थाने का पुलिसबल भी मौजूद थी। आरोप है कि इसी दौरान विवाद होने पर धीरेंद्र सिंह ने जयप्रकाश पाल की हत्या कर दी। इसके बाद वह भाग निकला। मामले में एसडीएम और सीओ को निलंबित भी कर दिया गया था। सभी आरोपियों पर गैंगस्टर और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत कार्रवाई की भी बात कही है।