उज्जैनः मध्य प्रदेश के उज्जैन में 13 सितंबर को अचानक दो मजदूरों की मौत से सनसनी फैल गई थी. जिसमें CM द्वारा SIT जांच टीम का गठन होने के बाद 14 मजदूरों की मौत की पुष्टी हो चुकी है. जिसमें जिला प्रशासन ने एक्शन लेते हुए शहर की मेडिकल स्टोर्स पर छापेमारी की, जहां उन्होंने 4 मेडिकल स्टोर से 900 लीटर स्प्रिट जब्त किया.
पुलिस ने बताया कि घाव साफ करने वाले स्प्रिट में पानी मिलाकर, आरोपियों ने मजदूरों का शराब के नाम पर बेचा था. जिसके बाद मेडिकल रिपोर्ट्स में 9 मजदूरों की मौत का कारण जहरीले पदार्थ से होना बताया गया है. स्पेशल जांच टीम ने इस मामले में 16 तारीख से जांच शुरू करते हुए अब तक 104 आरोपियों पर केस दर्ज करते हुए करीब 100 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में लापरवाही बरतने पर खाराकुआं थाना इंचार्ज एमएल मीणा, एसआई निरंजन शर्मा सहित दो कांस्टेबलों को सस्पेंड कर दिया गया है.
चार मेडिकल स्टोर सील
15 तारीख को ADM के निर्देश पर शहर स्थित गुप्ता मेडिकल और डॉ. मेडिकल सर्जिकल एजेंसी के यहां दबिश दी गई. जहां पुलिस को दोनों दुकानों से 700 लीटर बिना बिल की स्प्रिट मिली. साथ ही पुलिस ने दो अन्य मेडिकल स्टोर से भी 200 लीटर स्प्रिट जब्त की है, जो इंदौर से मंगाई जा रही थी. प्रशासन की टीम ने एक्शन लेते हुए चारों ही दुकानों को सील कर दिया है.
25 लीटर शराब व 1200 किलो महुया भी जब्त
ड्रग इंस्पेक्टर धर्म सिंह कुशवाह ने बताया, आबकारी विभाग के साथ मिलकर उन्होंने अब तक 25 लीटर भट्टी में बनी शराब व 1200 किलोग्राम महुआ-लाहन जब्त किया है. मामले में पुलिस द्वारा बनाए गए दो मुख्य आरोपी सिंकदर और गब्बर अब भी फरार है. जबकि पुलिस इस मामले में 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनसे पूछताछ जारी है.