उज्जैन। एसटीएफ में अस्थाई पुलिसकर्मी की नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। युवक स्वयं 12वीं पास है। जो खुद को एसटीएफ में पदस्थ होना बताकर बेरोजगारों को झांसे में लेकर ठगी करता रहा है। एसटीएफ के पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री ने बताया आरोपी रोहित शर्मा है। जो कि मूल रूप से नारायणगढ़ किले के सामने, मंदसौर का निवासी है। वहीं मंदिर की 5 बीघा जमीन से परिवार का गुजर बसर करने के साथ 12वीं पास है। उज्जैन में वह तिरूपति नगर रहता था। बाद में ये इंदौर भी चला गया था।
मई-जून 2019 में आकाश शुक्ला नामक युवक ने शिकायत की थी कि उसे एसटीएफ में अस्थाई नौकरी दिलाने के नाम पर ठगा गया है। तब आवेदन की जांच के बाद धारा 170, 419 व 420 के तहत प्रकरण दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की गई थी। उस वक्त आरोपी रोहित अपने पते से फरार हो चुका था। हाल ही में एसटीएफ की टीम को सूचना मिली थी कि रोहित उज्जैन आया है। इस पर घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार किया गया।
आरोपी को न्यायालय में प्रस्तुत कर रिमांड की मांग की जा रही है। नौकरी दिलाने के नाम पर रोहित ने आकाश शुक्ला सहित शहर के छह बेरोजगारों से ठगी की है। इनसे 7700-7700 रुपए लिए हैं। इन्हें आरोपी ने भरोसा दिलाया था कि नौकरी लगने पर उन्हें 13 हजार रुपए वेतन मिलेगा। जब रोहित द्वारा बताई समय सीमा में किसी की भी नाैकरी नहीं लगी, तब ठगाए युवकों ने शिकायत करना शुरू की। आरोपी की गिरफ्तारी में निरीक्षक दीपिका शिंदे, उप निरीक्षक जेएस परमार, सहायक उप निरीक्षक देवेंद्र सिंह कुशवाह, आरक्षक सुनील झा, आरक्षक संजय शुक्ला, धर्मेंद्र बड़ोलिया आदि की भूमिका रही।