उज्जैन। तेज बारिश और वायरस के हमले ने सब्जी की फसल को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया है। यही वजह है कि शहर की थोक के साथ खैरची मंडी में सब्जियां महंगी मिल रही हैं। नागपुर से संतरे और महाराष्ट्र से मौसंबी की आवक बढ़ गई है। ऐसे में फलों के दामों में कमी आने लगी है। फल विक्रेताओं का कहना है आने वाले दिनों में फलों के भाव में और कमी आने की संभावना है।
फल व्यापारी आनंद बागोरिया के अनुसार नागपुर से संतरे और महाराष्ट्र से मौसंबी की आवक होने लगी है। सब्जी विक्रेता रूपसिंह का कहना है सब्जियां स्थानीय किसान ही लेकर आते हैं। पिछले दिनों तेज बारिश और वायरस के हमले से बड़ी मात्रा में फसल बर्बाद हो गई है। गिलकी, लौकी के फूल गिर गए हैं। इसी तरह रबी की फसल की तैयारियों में लगे किसानों ने सब्जियां का रकबा घटा दिया है। इससे भी सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी हुई है। शहर में चिमनगंज के साथ मक्सी रोड सब्जी मंडी में थोक नीलामी के साथ खेरची सब्जियां भी मिलती हैं।
सब्जी और फलों के भावों पर एक नजर
मैथी 80-100, मटर 180-200, सहजन की फलियां 120-140, धनिया 100-120, गिलकी 80-100, मिर्च 50-70, करेला 60-80, पालक 40-50, भिंडी 40-60, आलू 20-30, प्याज 40 रुपए किलो तक बिक रहे हैं।
फल के भाव : सेवफल 60-80, पपीता 40-50, केला 25-30, अनार 60-100, संतरा 30-60 रुपए किलो में मिल रहा है।