इंदौर। सांवेर विधानसभा सीट पर उप-चुनाव 3 नवंबर को होने हैं। यहां से कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू ने गुरुवार को नॉमिनेशन फाइल किया। इस दौरान एक रैली और सभा की गई। इसमें पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा और जीतू पटवारी मौजूद थे। सज्जन सिंह वर्मा ने सभा के दौरान भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय पर तीखे बयान दिए। उन्होंने कहा- जैसे-जैसे दशहरा नजदीक आता है, विजयवर्गीय का चेहरा रावण जैसा होने लगता है।
दरअसल, सांवेर में हुई सभा के दौरान कैलाश विजयवर्गीय ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को चुन्नू-मुन्नू कहा था। सज्जन ने इसी बयान का जवाब कांग्रेस की सभा में दिया है।
बयानबाजी में पकौड़ा, तंत्र-मंत्र, पाखंडी जैसे शब्दों का इस्तेमाल
सज्जन सिंह वर्मा ने कहा- विजवयर्गीय ने सांवेर में ही कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को चुन्नू-मुन्नू कहा है। जवाब तो देना ही पड़ेगा। वो कभी-कभी राहुल गांधी को पप्पू बोलते हैं। सुनो कैलाश तुम्हारी औकात कितनी है। अपनों से बड़ों पर मुंह उठाकर थूकोगे तो थूक तुम्हारे ऊपर ही गिरेगा। अब अपनी कहानी मुझ से सुन लो। भूल गए जब साड़ी पहन के बाल बड़े-बड़े करके, नाक में नथुनी पहनकर, हाथ में चूड़ी पहनकर तंत्र-मंत्र करते थे। बाल बड़े कर लिए, चोटी गूंथ ली... अरे पाखंडी...।
उन्होंने कहा कि अपनी बात भूल गए। मुख्यमंत्री बनने के सपने देख रहा थे। अब भाजपा ने उठाकर कहां फेंक दिया। वहां जाकर जादू करो, लेकिन वहां उससे बड़ी जादूगरनी ममता बनर्जी बैठी हुई हैं। दशहरा जैसे-जैसे पास आता है इसका चेहरा रावण जैसा होने लगता है। मैंने बहुत पास से इसे देखा है। आंखें छोटी-छोटी... नाक पकौड़ा जैसी हो जाती है।
कांग्रेस ने कहा- भाजपा में रावण जैसा अहंकार
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी संजय कपूर ने कहा- भाजपा में रावण की तरह अहंकार है, इसका अंत उपचुनाव में जनता करेगी।
पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार ने ज्योतिरादित्य सिंधिया, तुलसी सिलावट और अन्य लोगों पर निशाना साधते हुए कहा कि कहा जिन लोगों ने गद्दारी की, वो किसी भी पवित्र नदी या त्रिवेणी में ही स्नान क्यों ना कर लें, उनके पाप कभी नहीं धुलेंगे।
जीतू पटवारी, विधायक संजय शुक्ला, जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव भी इस सभा में बोले। नेताओं ने कहा कि भाजपा ने लोकतंत्र का अपमान किया। नोटों के बल पर विधायकों को खरीदा, अब उसी वोट से जनता को खरीदने की तैयारी है।
पूर्व विधायक सत्य नारायण पटेल ने कहा तुलसी सिलावट को मैदान छोड़कर भागने की आदत है। 1998 में भी डर से यहां से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था।