उज्जैन: उज्जैन से एक ऐसा मामला सामने आया है. जहां एक युवक ने शिप्रा नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली थी. दो दिन बाद उसके छोटे भाई ने भी शिप्रा नदी में कूद के जान दे दी. दोनों भाईयों की आत्महत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस के हाथ बड़े भाई प्रवीण की कुंडली लगी है. जो इस मामले को अंधविश्वास की ओर ले जाती दिख रही है.
दरअसल उज्जैन के साईंधाम कालोनी में रहने वाले दवा व्यसायी प्रवीण चौहान ने 10 अक्टूबर को शिप्रा नदी के ब्रिज से कूदकर आत्महत्या कर ली थी. ठीक दो दिन बाद 12 अक्टूबर को प्रवीण के तीसरे के कार्यक्रम के लिए हार फूल लेने गए छोटे भाई पीयूष ने भी उसी जगह से कूदकर आत्महत्या कर ली.
बड़े भाई ने छोड़ा था सुसाइड नोट
बताया जा रहा है कि बड़े भाई प्रवीण ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा था. जिसमे प्लॉट में 15 लाख रुपये डूबने की बात लिखी थी.साथ ही प्रवीण ने आखिर में लिखा कि 'अब क्या बचा है, नथिंग.अध्याय समाप्त. इसके बाद आखिर में जय श्री महाकाल लिखा था.
वहीं जो कुंडली पुलिस के हाथ लगी है उसमें लिखा था-जातक कितना भी प्रयास कर ले हर कंडीशन में आत्महत्या का योग बन रहा है.जिसके बाद इस सुसाइड में कुंडली कनेक्शन भी निकाला जा रहा है.
छोटे भाई ने सोशल मीडिया पर शेयर किया था अपना दर्द
इधर कल छोटे भाई पीयूष ने भी आत्महत्या से पहले शोशल मीडिया पर लिखा था कि, ''भैया मैं तुझे उस राख के ढेर में ढूंढ रहा था पर तू मुझे मिला नहीं. समझ नहीं आ रहा क्या करना है मैं आ रहा हूं.''
पीयूष ने अपने पिता के लिए भी लिखा कि, ''मैं जा रहा हूं आप भी आ जाना.'' यह सब बातें पारिवारिक आत्महत्या के अंधविश्वास की ओर इशारा कर रही हैं. जिसके बाद अब पुलिस इस मामले में अंधविश्वास को लेकर जांच कर रही है.
इस पूरे मामले में ख्यात ज्योतिषाचार्य आनंद शंकर व्यास ने कहा कि कई बार जानकारों को पहले से पता लग जाता है. उन्हें कुंडली योग दिखाई देते हैं. उन्होंने कहा कि इस समय कोरोना के कारण समय खराब चल रहा है और आगे भी इस तरह की घटना और देखने को मिल सकती हैं.
फिलहाल, पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. इधर एडिशनल एसपी रूपेश द्विवेदी ने बताया कि अंधविश्वास को लेकर भी जांच की जारही है.