भोपाल। कमलनाथ सरकार ने किसानों की फसल बीमा का प्रीमियम तक जमा नहीं किया था, जिसे मैंने मुख्यमंत्री बनते ही फिर से जमा किया। यह बात मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने शिप्रा मंडल के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही।
चौहान ने सबसे पहले नवरात्रि में मां चामुंडा, तुलजा भवानी एवं सभी मंदिरों में दर्शन करने की छूट देने का ऐलान किया। कमलनाथ सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद थी कि वह अच्छा काम करेंगे, लेकिन उन्होंने अपने वचन नहीं निभाए। उन्होंने किसानों का 2 लाख का कर्ज माफ करने का ऐलान किया था, लेकिन बार-बार नया नया आदेश निकाल कर किसानों को ब्याज के तले दबा दिया। सीएम ने कहा कि किसानों के सिर पर रखी ब्याज की गठरी को हम फिर से उतारेंगे। मुख्यमंत्री ने आगर मालवा के कानड़ में भी कार्यकर्ता सम्मेलन को संबाेधित किया।
नाथ: 50 हजार रु. तक कर्जमाफी से क्यों मुकरी भाजपा
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा शुक्रवार को मंदसौर, आगर व हाटपिपलिया की सभाओं में कर्जमाफी पर कांग्रेस पर निशाना साधने पर पलटवार किया है।
नाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया। इस पर उन्होंने कहा कि हमने तो खाली खजाने से भी 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया और हमारी सरकार रहती तो जो किसान बचे थे उनका भी कर्ज माफ हो जाता।
यह तो आपकी सरकार ने खुद विधानसभा में लिखित रूप में स्वीकारा है। आपने तो 2008 के अपने घोषणा पत्र में किसानों के 50 हजार तक के कर्ज माफी का वादा किया था और उससे भी आप मुकर गए, उसे भी आज तक पूरा नहीं किया। नाथ ने कहा कि शिवराज कितना झूठ बोलते हैं और कैसे दूसरों का यश अपने खाते में लेते हैं, उसका नमूना आज उनकी सभाओं में देखने को मिला।