इंदौर। राहगीरों से मोबाइल झपटकर बाजार में कम कीमत पर बेचने वाले 5 आरोपियों को क्राइम ब्रांच ने सदर बाजार पुलिस के साथ मिलकर गिरफ्तार किया है। गिरफ्त में आए आरोपियों में से एक नाबालिग है। आरोपियों के पास से पुलिस ने 62 मोबाइल फोन और चोरी में उपयोग करने वाली दो बाइक बरामद की है। गिरोह का सरगना इन्हें चोरी के लिए बाइक देता था। बदले में ये मोबाइल चुराकर उसे देते थे। इसके एवज में वह इन्हें कुछ रुपए देता था, जबकि खुद अच्छी कीमत पर मोबाइल बेचकर ज्यादा रुपए कमाता था। आराेपी आदतन अपराधी हैं। इन्होंने विजय नगर थाना क्षेत्र में मोबाइल लूट की वारदात को अंजाम देना भी कबूला है।
पुलिस ने घेराबंदी कर बाजार में ही इन्हें गिरफ्तार किया।
क्राइम ब्रांच इंदौर को सूचना मिली थी कि कुछ युवक सदर बाजार क्षेत्र में बाइक पर सवार होकर महंगी कीमत के मोबाइल फोन बेचने की फिराक में घूम रहे हैं। इस पर एक टीम मौके पर पहुंची और हुलिए के आधार पर युवकों को तलाशा तो 5 लड़के 2 अलग-अलग बाइक पर सवार नजर आए। बाइक पर पीछे बैठे युवकों के हाथ में एक थैली थी। टीम को देखते ही युवकों ने भागने का प्रयास किया। इस पर टीम ने घेराबंदी कर सभी को दबोच लिया।
टीम ने यहां से जुबेर शेख पिता सुल्तान सलाउद्दीन निवासी 20 भिस्ती मोहल्ला सदर बाजार, अर्सलान शेख पिता जहीरउद्दीन शेख निवासी भिस्ती मोहल्ला सदर बाजार, साहिल पिता अब्दुल रशीद निवासी 16/1 अहिल्या पलटन गली नंबर-1 जूना रिसाला, जय कुमार पिता अनूप कुमार निवासी 302 आनंद अपार्टमेंट राजमहल कॉलोनी जूनी इंदौर और एक 17 साल के नाबालिग को हिरासत में लिया।
लूट के 62 मोबाइल और दो बाइक जब्त
टीम ने युवकों के हाथ में मौजूद थैली खोलकर देखी तो उसमें अलग-अलग कंपनियों के मंहगे मोबाइल मिले। आरोपियों को थाने लगाकर मोबाइल की गिरती की गई तो 62 मोबाइल बरामद हुए। आरेापियों इन मोबाइलों को अलग-अलग क्षेत्र से चोरी किया था। आरोपियों ने बताया कि फोन पर बात करते हुए राह चलते और सुनसान इलाकों में भ्रमण करने वाले राहगीरों से झपट्टा मारकर मोबाइल छीनकर फरार हो जाते थे। उन्होंने बताया कि वे सभी बहुत पहले से एक-दूसरे को जानते हैं। इस कारण वे गैंग के रूप में वारदात को अंजाम देते थे। उन्होंने शहर के अलग-अलग हिस्सों में वारदात को अंजाम दिया है। इनमें से कुछ मोबाइल तो कई माह पुराने हैं।
मोबाइल चोरी कर बैटरी निकालकर रख लेते थे।
आरोपियों ने बताया कि लॉकडाउन के कारण पूर्व में छीने हुए मोबाइलों को वे बेच नहीं पाए थे। वे अब तक वारदात के दौरान चोरी किए मोबाइलों को एक साथ बेचने की फिराक में थे। इससे जो रुपए मिलते वे उसे आपस में बांटने वाले थे। मुख्य सरगना जय कुमार वाधवानी लूट के लिए पल्सर बाइक गिरोह के सदस्यों को उपलब्ध कराता था। इनमें से चार आरोपी राहगीरों से मोबाइल झपटकर वाधवानी को देते थे, बदले में वह इन्हें कुछ रुपए देता था। इसके बाद वाधवानी चोरी के मोबाइलों को मंहगे दामों में बेचकर ज्यादा मुनाफा कमाता था। वाधवानी खुद भी कभी-कभी गिरोह के सदस्यों के साथ वारदात करने के लिए बाजारों में निकलता था।
इन्हीं बाइक से चोरी की वारदात को अंजाम देते थे।
पुलिस ने बताया कि आरोपी जुबेर के खिलाफ सदर बाजार थाने में चोरी के 3 केस और जुआ का 1 केस दर्ज है। जबकि आरोपी अर्सलान के खिलाफ सेंट्रल कोतवाली में धारा 411 में 1 केस दर्ज है। पूछताछ में आरोपियों से विजयनगर की 814/20 धारा 382 की घटना का भी खुलासा किया है। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने एमपी 09 वी बी 4532 और एमपी 09 क्यू यू 0329 और 62 मोबाइल फोन बरामद किए हैं।