भोपालः मध्य प्रदेश में कुछ ही दिनों बाद दुर्गा पूजा की रौनक आने वाली है. प्रदेश वासी इन त्यौहारों को मनाने के लिए उत्साहित रहते हैं. इसी उत्साह को देखते हुए प्रदेश सरकार ने दुर्गा उत्सव और दशहरा उत्सव के लिए कोरोना के दौरान ही नई गाइडलाइन जारी की है. मूर्ति विसर्जन के लिए 10 लोगों से ज्यादा नहीं आ सकेंगे व विसर्जन के लिए जिला प्रशासन से अनुमति लेना होगी.
जिला प्रशासन की जिम्मेदारी रहेगी कि वे अधिक से अधिक विसर्जन स्थल चिन्हित करे जिससे कम से कम भीड़ लगे. साथ ही कोरोना को देखते हुए चल समारोह की अनुमति भी नहीं दी जाएगी.
दुर्गा पूजा के लिए ये है गाइडलाइन
1. लोगों को फेस मास्क पहनना अनिवार्य होगा.
2. सभी श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन का भी ध्यान देना होगा.
3. आयोजन कमेटी को ही पंडालों में सैनिटाइजर और हैंड वाश की व्यवस्था अनिवार्य रूप से करना होगा
4. कोरोना के माहौल में चल समारोह की अनुमति नहीं रहेगी.
5. मूर्ति विसर्जन के लिए 10 लोगों को एक साथ आने के लिए जिला प्रशासन से अनुमति लेना होगा.
रावण दहन के लिए ये है गाइडलाइन
1. लोगों को फेस मास्क पहनना अनिवार्य होगा.
2. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा साथ ही सैनिटाइजेशन का भी ध्यान देना होगा.
3. रावण दहन से पहले श्रीराम के चल समारोह को अब प्रतिकात्मक रूप से निकाल सकेंगे.
4. रावण दहन में कितने लोग शामिल होंगे इसकी परमिशन जिला कलेक्टर से लेना होगा.
5. 25 अक्टूबर को होने वाले दशहरा कार्यक्रम के लिए प्रशासन से आवश्यक परमिशन लेना होगा.
कुछ सीमाएं अब भी तय होना बाकी
मध्य प्रदेश में 17 अक्टूबर से दु्र्गा पूजा का आयोजन होने वाला है, इसके बाद 25 अक्टूबर को रावण दहन का आयोजन होगा. इन कार्यक्रमों में कितने लोग शामिल हो सकेंगे, इसकी सीमा जिला कलेक्टर परिस्थिति को देखकर तय करेंगे. आदेश के अनुसार दु्र्गा पूजा पंडाल में 100 लोग तक शामिल हो सकेंगे.