इंदौर में क्राइम ब्रांच ने सोमवार रात हवाले का एक बड़ा रैकेट पकड़ा है। मौके पर 6 आरोपी मिले। टीम ने इनसे 10 लाख रुपए से ज्यादा बरामद किए। गुजरात निवासी आरोपी सिल्वर मॉल में कोरियर ऑफिस की आड़ में करीब 5 साल से हवाला का लेन-देन कर रहे थे। इसके एवज में ये 300 से 500 रुपए प्रति लाख कमीशन लेते थे। आरोपी कोड के जरिए लाखों रुपए का एक शहर से दूसरे शहर में लेन-देन करते थे। टीम को इनके पास से 10 लाख 26 हजार 700 रुपए नकद, नोट गिनने वाली इलेक्ट्रिक मशीन, पैसों को रखने वाली बनियान मिली, इसमें अंदर बड़ी-बड़ी जेब हैं। हवाला के लेन-देन संबंधी कोड, लेखा-जोखा रजिस्टर और अन्य कागजात मिले। पुलिस ने सामान को जब्त कर ऑफिस सील कर दिया है।
पुलिस को 10 लाख से ज्यादा रुपए कैश मिले।
क्राइम ब्रांच को मुखबिर से सूचना मिली थी कि गुजरात निवासी कुछ व्यक्ति इंदौर के सिल्वर मॉल में ऑफिस संचालित कर हवाला के रुपयों का लेन-देन कर रहे हैं। इस पर टीम ने तुकोगंज पुलिस के साथ रात में सिल्वर मॉल की पहली मंजिल 105 बी ब्लॉक पर दबिश दी तो यहां 6 लोग हवाला के रुपयों का लेन-देन करने मिले। टीम ने यहां से आरोपी अमन पिता दिनेश जैन निवासी गोमा की फेल, सलीम पिता रफीक रहमान निवासी चंदन नगर, मंजूर पिता अजमेरी खान निवासी जूना रिसाला, सिमरन सिंह पिता सतनाम बग्गा निवासी जीएनटी मार्केट, राजेंद्र पिता सज्जन राठौर और संजय पिता तरसी भाई दोनों निवासी साईं नाथ कॉलोनी को पकड़ा।
गुजरात निवासी राजेंद्र 5 साल से यहां ऑफिस चला रहा था।
पूछताछ में पता चला कि गुजरात निवासी दो भाई राजेन्द्र और संजय सिंह हवाला कारोबार के संचालनकर्ता हैं। उन्होंने बताया कि हवाला के कारोबार के मालिक गुजरात मेहसाना निवासी संजय-विजय भाई हैं। उनके पूरे लेन-देन को यही दोनों देख रहे हैं। ये यहां करीब 5 साल से इंदौर में किराए का ऑफिस लेकर कोरियर के काम का होर्डिंग लगाकर हवाला संबंधी पैसों के लेन-देन का कामकाज कर रहे हैं। आरोपियों ने बताया कि वह यह काम इंदौर के अलावा मुंबई, पुणे, बड़ोदरा, दिल्ली लखनऊ जैसे शहरों में भी करते हैं। इन सभी शहरों में इनके गुर्गे मौजूद हैं, जोकि वहां नकदी जमा कराकर जमाकर्ता को कोड बता देते हैं। संबंधित लेनदार कोड बताकर इंदौर से रुपए ले लेता है। जो लोग इंदौर में रुपए जमा करते हैं, वे यहां के बताए कोड से अन्य शहरों में रुपए ले लेते हैं। इसके लिए हवाला कंपनी के द्वारा 300 से 500 रु प्रति लाख के हिसाब से कमीशन लिया जाता था।
पुलिस को नोट गिनने वाली मशीन भी मिली।
नोट गिनने वाली मशीन और स्पेशल बनियान मिली
दबिश में अन्य चार व्यक्ति आकाश, सलीम, मंजूर और सिमरन यहां हवाला का पैसा जमा करने आए थे, जिसमें आकाश के कब्जे से 50 हजार नकदी बरामद हुई जो दिल्ली के लिए हवाला का काम देखता था। मंजूर खान के कब्जे से 3 लाख नकदी मिली, यह नागपुर के लिए हवाला कराने आया था। सिमरन के कब्जे से 6 लाख 35 हजार नकदी और सलीम के कब्जे से 41 हजार 700 रुपए नकदी मिली। टीम को इनके पास से 10 लाख 26 हजार 700 रुपए नकद, नोट गिनने वाली इलेक्ट्रिक मशीन, पैसों को रखने वाली बनियान, इसमें अंदर बड़ी-बड़ी जेब हैं, हवाला के लेन-देन संबंधी कोड, लेखा-जोखा के रजिस्टर और अन्य कागजात मिले, जिन्हें जब्त कर ऑफिस सील किया गया। फिलहाल, आरोपी से पूछताछ की जा रही है।